CBSE Kya Hai in Hindi: CBSE का पूरा नाम केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड होता है. ये हमारे भारत देश में स्कूली शिक्षा का एक प्रमुख बोर्ड हैं, इसके द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं संचालित की जाती है. बहुत से छात्र ऐसे हैं जिन्हें सीबीएसई के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है इसीलिए आइए आज के CBSE Kya Hai in Hindi आर्टिकल में हम आपको सीबीएसई क्या है? सीबीएसई का इतिहास और उद्देश्य क्या है? सीबीएसई बोर्ड और अन्य बोर्डों में अंतर क्या है? सीबीएससी द्वारा कौन सी परीक्षा आयोजित की जाती है?
सीबीएसई द्वारा संचालित कक्षाएं और कोर्स क्या है सीबीएसई का सिलेबस क्या होता है? सीबीएसई की परीक्षा प्रणाली क्या है? सीबीएसई बोर्ड में आवेदन कैसे करें? सीबीएसई बोर्ड (CBSE Kya Hai in Hindi) परीक्षा की तैयारी कैसे करें? इसकी मान्यता और महत्त्व क्या है? आदि के बारे में बताएंगे.
तो अगर आप भी CBSE के बारे में पूरी जानकारी लेना चाहते हैं तो इस आर्टिकल CBSE Kya Hai in Hindi को पूरा पढ़े, क्योंकि आज हम आपको सीबीएसई के बारे में पूरी जानकारी देंगे.
CBSE क्या है? – एक परिचय (CBSE Kya Hai in Hindi)

सीबीएसई का फुल फॉर्म “Central Board of Secondary Education” होता है, जिसे हिंदी में ‘केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड’ कहा जाता है. यह भारत में एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा बोर्ड है, जो भारत सरकार द्वारा संचालित किया जाता है. सीबीएसई द्वारा निजी और सार्वजनिक दोनों स्कूलों में एक मानक पाठ्यक्रम और परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिसे कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के रूप में जाना जाता है.
सीबीएसई की जानकारी विस्तार से–
सीबीएसई की स्थापना
सीबीएसई की स्थापना 1952 में की गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना था जिन छात्रों के माता पिता केंद्र सरकार में कार्यरत थे और अक्सर स्थानान्तरणीय नौकरियां करते थे.
परीक्षाएं
सीबीएसई द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है.
सीबीएसई का पाठ्यक्रम
सीबीएसई द्वारा राष्ट्रीय स्तर का पाठ्यक्रम प्रोवाइड किया जाता है जो कि पूरे भारत के स्कूलों में लागू होता है.
उद्देश्य
सीबीएसई का मुख्य उद्देश्य सभी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रोवाइड कराना, छात्रों को तनाव मुक्त वातावरण में सीखने में मदद करना कौशल का विकास करना भी शामिल है.
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
सीबीएसई द्वारा शिक्षा के उच्च मानकों को बनाए रखना और शिक्षा में एकरूपता सुनिश्चित करता है.
अखिल भारतीय उपस्थिति
सीबीएसई दुनिया के सबसे बड़े शैक्षिक बोर्डों में से एक माना जाता है. ये देश भर में 24,000 से ज्यादा स्कूलों का नेटवर्क है और साथ ही यह दुनिया भर के 26 देशों में भी मौजूद है.
CBSE बोर्ड का इतिहास और उद्देश्य
सीबीएसई बोर्ड को 1952 में स्थापित किया गया था और इसे स्थापित करने का उद्देश्य पूरे भारत देश में एक समान शिक्षा प्रणाली प्रदान करना है.
सीबीएसई का इतिहास
- CBSE बोर्ड की स्थापना 1952 में की गई थी और इसका पुनर्गठन 1 जुलाई 1962 को किया गया था, जिसमें इसके द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं पूरे देश में दी जा सके.
- जब सीबीएसई बोर्ड के शुरू होने से पहले, भारत में हर राज्य का अलग शिक्षा बोर्ड होता था जिससे छात्रों का एक राज्य से दूसरे राज्य में जाना कठिन होता था.
- पूरे भारत देश में एक समान शिक्षा प्रणाली प्रदान करने के लिए सीबीएसई बोर्ड की स्थापना हुई थी.
- पहले सीबीएसई द्वारा सिर्फ कक्षा 10वीं की परीक्षाएं आयोजित की जाती थी लेकिन साल 1975 में कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करना भी शुरू किया.
- सीबीएसई समय-समय पर शिक्षा के पाठ्यक्रम और मूल्यांकन विधियों में बदलाव करता है जिससे छात्रों और उद्योग की बदलती जरूरतों को पूरा करने में मदद मिल सके.
सीबीएसई बोर्ड का उद्देश्य
सीबीएसई बोर्ड के शुरू होने के उद्देश्य निम्नलिखित है-
पूरे देश में समान शिक्षा प्रणाली
सीबीएसई बोर्ड के शुरू होने का मुख्य उद्देश्य पूरे भारत देश में एक समान शिक्षा प्रणाली प्रदान करना है.
परीक्षा प्रणाली
सीबीएसई द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को आयोजित किया जाता है और परीक्षा के दिशा निर्देशों में भी बदलाव किए जाते हैं.
शैक्षिक विकास
सीबीएसई द्वारा शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाता है और शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए सुझाव भी दिए जाते हैं.
कौशल विकास पर ज़ोर
सीबीएससी द्वारा छात्रों के कौशल विकास पर ज़ोर दिया जाता है जिससे वे अपने अध्ययन क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर सकें.
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना
सीबीएसई का मुख्य उद्देश्य छात्रों को एक समान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना होता है
शिक्षकों का विकास
सीबीएसई द्वारा शिक्षकों के व्यावसायिक विकास और कौशल विकास के लिए भी कार्य किया जाता है.
CBSE और अन्य बोर्डों में अंतर
सीबीएसई को केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है. जबकि अन्य बोर्ड जैसे राज्य बोर्ड और CISCE (भारतीय विद्यालय प्रमाणपत्र परिषद) विभिन्न राज्यों या अंतर्राष्ट्रीय मान्यता के अंतर्गत नियंत्रित किए जाते हैं. सीबीएसई द्वारा राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया जाता है, जबकि अन्य बोर्डों में क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय मानको पर ज्यादा ज़ोर दिया जाता है.
सीबीएसई बोर्ड और अन्य बोर्डों में अंतर
नियंत्रण
सीबीएसई केंद्रीय शिक्षा बोर्ड है जो की भारत सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जबकि अन्य बोर्ड जैसे राज्य बोर्ड सरकारों द्वारा और CISCE जैसे निजी बोर्डो को विभिन्न मान्यता प्राप्त निकायों द्वारा संचालित किया जाता है.
पाठ्यक्रम
सीबीएसई द्वारा विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रम जारी किए जाते हैं जिसमें गणित, सामाजिक विज्ञान, भाषाएँ, विज्ञान और अन्य विषय शामिल किए जाते हैं. जबकि, राज्य बोर्डों के पाठ्यक्रम में संस्कृति, क्षेत्रीय भाषाओं और सामाजिक विज्ञान पर ज्यादा ज़ोर दिया जाता है.
मानदंड
सीबीएसई बोर्ड का पाठ्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर एक समान रहता है जबकि राज्य बोर्ड का पाठ्यक्रम राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
अनुशासन
सीबीएसई बोर्ड में अनुशासन और परीक्षा नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है. जबकि, अन्य बोर्डों में अनुशासन स्कूल या बोर्ड के अनुसार अलग-अलग होता है.
परीक्षा
सीबीएसई द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा आयोजित की जाती है जबकि अन्य बोर्डों में परीक्षा का परीक्षा पैटर्न अलग-अलग होता है.
CBSE द्वारा संचालित प्रमुख कक्षाएँ और कोर्स
सीबीएसई द्वारा कक्षाएं 1 से लेकर कक्षा 12 तक की परीक्षाएं संचालित की जाती है और इसके अलावा 10वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी सीबीएससी बोर्ड द्वारा ही आयोजित की जाती है.
सीबीएसई द्वारा आयोजित कक्षाएं
कक्षा 1 से कक्षा 8
सीबीएसई बोर्ड द्वारा कक्षा 1 से कक्षा 8 के बच्चों को बुनियादी शिक्षा प्रदान की जाती है, जिसमें विज्ञान, गणित, भाषा और सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों को शामिल किया जाता है.
कक्षा 9 और कक्षा 10
इन कक्षाओं में बच्चों को गणित, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत और सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है, इसके अलावा एआई, कंप्यूटर और शारीरिक शिक्षा से संबंधित विषय भी ऑप्शन में होते हैं.
कक्षा 11 और कक्षा 12
इन कक्षाओं में बच्चों को विज्ञान, वाणिज्य और मानविकी विषयों का चुनाव करना होता है. साइंस स्ट्रीम में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित विषय शामिल किए जाते हैं. जबकि वाणिज्य स्ट्रीम में अर्थशास्त्र, व्यवसाय और लेखा से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं.
सीबीएसई बोर्ड का कोर्स
प्रमुख विषय
सीबीएसई बोर्ड द्वारा छात्रों को मुख्य रूप से हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान भौतिक विज्ञान रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान, सामाजिक विज्ञान इतिहास भूगोल अर्थशास्त्र राजनीति शास्त्र और एक तीसरी भाषा क्षेत्रीय या विदेशी जैसे मुख्य विषयों इसका अध्ययन कराया जाता है.
ऑप्शनल विषय
सीबीएससी द्वारा छात्रों को कुछ ऑप्शनल विषय भी दिए जाते हैं. जैसे- एआई, शारीरिक शिक्षा कंप्यूटर विज्ञान और अन्य विभिन्न भाषाएं.
सीबीएसई का पाठ्यक्रम
- सीबीएसई बोर्ड का पाठ्यक्रम एनसीईआरटी (NCERT) द्वारा जारी किया जाता है और साथ ही ये सभी विषयों के लिए विस्तृत पाठ्यक्रम और पाठ्यक्रम पुस्तकें भी प्रोवाइड कराता है.
- केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा और 10वीं कक्षा की वैकल्पिक प्रवीणता परीक्षा भी करवाई जाती है.
- सीबीएसई बोर्ड द्वारा हर साल का कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए अंतिम परीक्षा आयोजित की जाती है.
CBSE का सिलेबस (2025) – विषयवार जानकारी
सीबीएसई बोर्ड पाठ्यक्रम 2025 सभी सहयोग के लिए ऑफिसियल वेबसाइट पर उपलब्ध है. उम्मीदवार ऑफिसियल वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं. पाठ्यक्रम 2025 में कक्षा 10 और 12 के लिए विषयवार डिटेल्स दी गई है, जिसमें मूल्यांकन योजना परीक्षा पैटर्न और सिलेबस के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध है.
कक्षा 10 का सिलेबस
हिंदी/संस्कृत
हिंदी और संस्कृत दोनों में व्याकरण साहित्य और भाषा के विभिन्न पहलुओं को पढ़ाया जाता है.
अंग्रेजी
अंग्रेजी के सिलेबस में, साहित्य व्याकरण और लेखन कौशल के बारे में अध्ययन कराया जाता है जिससे छात्रों को भाषा की समझ होती है और अभिव्यक्त में भी सुधार होता है.
गणित
इसके कोर्स में अंकगणित, बीजगणित, त्रिकोणमिति, ज्यामिति, संभाव्यता, और सांख्यिकी जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं.
विज्ञान
भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के बारे में पढ़ाया जाता है जिसमें अलग-अलग पाठ और उनसे संबंधित टॉपिक होते हैं.
सामाजिक विज्ञान
सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम में, इतिहास, भगोल, अर्थशास्त्र और नागरिक स्वास्थ्य से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं जो समाज और सरकार के बारे में जानकारी देते हैं.
ऑप्शनल विषय
कक्षा 10 के वैकल्पिक विषयों में, कंप्यूटर साइंस, एआई और शारीरिक शिक्षा से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं.
कक्षा 12 का सिलेबस
हिंदी/संस्कृत
हिंदी और संस्कृत के पाठ्यक्रम में व्याकरण, साहित्य और भाषा के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन कराया जाता है.
अंग्रेजी
अंग्रेजी के सिलेबस में, साहित्य व्याकरण और लेखन कौशल के बारे में अध्ययन कराया जाता है.
गणित
इसके कोर्स में अंकगणित, बीजगणित, त्रिकोणमिति, सांख्यिकी, कैलकुलस, सदिश बीजगणित जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं.
जीव विज्ञान
जीव विज्ञान के पाठ्यक्रम में आनुवंशिकी, कोशिका, परिस्थिति विकास और प्रजनन जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं.
भौतिक विज्ञान
भौतिक विज्ञान के पाठ्यक्रम में, विद्युत और चुंबकत्व, आधुनिक भौतिकी, गति और प्रकाशिकी जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं.
रसायन विज्ञान
रासायनिक बलगतिकी, जैव, कार्बनिक रसायन विज्ञान, ठोस अवस्था, विलयन, विद्युत रसायन विज्ञान, जैव जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं.
अन्य विषय
कक्षा 12 में अन्य विषयों में इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र नागरिक शास्त्र जैसे सामाजिक विज्ञान के विषय और कंप्यूटर विज्ञान, लेखाशास्त्र व्यवसाय अध्ययन और अन्य विषयों विषयों को भी पढ़ाया जाता है.
सीबीएसई की ऑफिसियल वेबसाइट https://www.cbseacademic.nic.in/ पर जाकर आप पाठ्यक्रम 2025 को डाउनलोड कर सकते हैं.
CBSE परीक्षा प्रणाली – फॉर्मेट, मूल्यांकन और ग्रेडिंग सिस्टम
सीबीएसई परीक्षा प्रणाली को एक दो-भाग मूल्यांकन प्रणाली है, जिसमें सिद्धांतिक और व्यावहारिक परीक्षाओं के साथ साथ आंतरिक मूल्यांकन भी किया जाता है. इस प्रणाली में नौ-बिंदु ग्रेडिंग सिस्टम का उपयोग होता है. जिसमें A1 से E तक ग्रेड शामिल होते हैं. जहाँ उच्चतम ग्रेड A1 होता है और न्यूनतम ग्रेड E होता है.
परीक्षा प्रणाली और मूल्यांकन
सैद्धांतिक परीक्षा
ये परीक्षा कुल अंकों की 70-80% हिस्सा होती है और पेन और पेपर मोड में यह परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमे विभिन्न प्रकार के प्रश्न होते हैं.
व्यावहारिक परीक्षा
ये परीक्षा कुल अंकों का 20-30% होती है. ये परीक्षा उन विषयों के लिए आयोजित की जाती है, जिसमें व्यावहारिक घटक शामिल होते हैं. जैसे- विज्ञान प्रैक्टिकल परीक्षा में छात्रों को प्रयोग करने, विश्लेषण करने और डेटा रिकॉर्ड करने की जरूरत होती है,
आंतरिक मूल्यांकन
ये एक तरह की निरंतर मूल्यांकन प्रणाली होती है, जो छात्रों को विभिन्न गतिविधियों के द्वारा ग्रेड प्रोवाइड करती है. जैसे- प्रोजेक्ट, असाइनमेंट, कक्षा में उपस्थिति. यह कुल अंकों का 20-30% हिस्सा होता है.
सीबीएसई का ग्रेडिंग सिस्टम:
9-बिंदु ग्रेडिंग सिस्टम:
सीबीएसई द्वारा 9-बिंदु ग्रेडिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है, जिसमें A1 से E तक ग्रेड शामिल होते हैं.
ग्रेड प्वाइंट:
प्रत्येक ग्रेड के लिए एक विशिष्ट ग्रेड प्वाइंट मिलता है, जो 10 से 1 तक होता है, जहां A1 में 10 ग्रेड प्वाइंट हैं और E में 1 ग्रेड प्वाइंट होते है.
पासिंग ग्रेड:
छात्रों को परीक्षा पास करने के लिए D ग्रेड या उससे ज्यादा अंक पाना होता है.
फेल ग्रेड:
D से कम ग्रेड को फेल माना जाता है.
उदाहरण:
A1 ग्रेड-
91 से 100 के बीच अंक, 10.0 ग्रेड प्वाइंट के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन को दिखाता है.
B1 ग्रेड-
81 से 90 के बीच अंक, 9.0 ग्रेड प्वाइंट के साथ बहुत अच्छे प्रदर्शन को दिखाता है.
C1 ग्रेड-
छात्र के 71 से 80 के बीच अंक, 7.0 ग्रेड प्वाइंट के साथ अच्छा प्रदर्शन को दिखाता है.
D1 ग्रेड-
61 से 70 के बीच अंक, 6.0 ग्रेड प्वाइंट के साथ औसत प्रदर्शन को दिखाता है.
E ग्रेड-
0 से 60 के बीच अंक, 1.0 ग्रेड प्वाइंट के साथ न्यूनतम प्रदर्शन को दिखाता है.
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CBSE बोर्ड में पंजीकरण और आवेदन प्रक्रिया
सीबीएसई बोर्ड में रजिस्ट्रेशन और आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से की जाती है. छात्रों को सीबीएसई की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर “परीक्षा संगम” पोर्टल पर लॉग इन करना है और फिर जरूरी डिटेल्स भरना है और आवेदन शुल्क जमा करना है.
रजिस्ट्रेशन और आवेदन प्रक्रिया के सभी चरण
- सबसे पहले सीबीएसई की ऑफिसियल वेबसाइट https://www.cbse.gov.in/ पर जाएं.
- होम पेज पर “परीक्षा संगम” पोर्टल पर क्लिक करें.
- जरूरी डिटेल्स भरकर पंजीकरण करें.
- अब आपको रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड मिल जाएगा.
- लॉगिन डिटेल्स भरें और सबमिट करें.
- अब आपकी स्क्रीन पर नया पेज ओपन हो जाएगा.
- सीबीएसई कक्षा 9 11 पंजीकरण 2024-2025 या संबंधित ऑप्शन का चुनाव करें.
- जरूरी डिटेल्स जैसे व्यक्तिगत जानकारी, स्कूल की डिटेल्स और अन्य डिटेल्स भरें.
- जरूरी दस्तावेज जैसे फोटो, सिग्नेचर और अन्य दस्तावेज अपलोड करें.
- ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण शुल्क का भुगतान करें.
- सभी जानकारी भरने के बाद फॉर्म को सबमिट करें.
- फॉर्म का प्रिंटआउट निकालकर सुरक्षित रखें.
CBSE परीक्षा की तैयारी कैसे करें? – टिप्स और रणनीति
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए एक अध्ययन योजना बनाएँ. अध्ययन योजना में दिए गए सभी नियमों का पालन करें और प्रत्येक विषयों को अच्छे से समझें और रिवीजन करना भी जरूरी है. इसके साथ ही पुराने प्रश्नपत्रों को हल करें मॉक टेस्ट दें और परीक्षा के तनाव से बचें.
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए जरूरी टिप्स
- एक अध्ययन योजना तैयार करें, जिसमें सभी विषयों के लिए बराबर समय निर्धारित करें.
- अपने परीक्षा पैटर्न को संजय और पढ़ें साथ ही नोट्स भी बनाएं.
- नियमित रूप से पढ़ाई करे और अच्छे से समझने के लिए उदाहरणों और प्रश्नों को हल करें.
- एनसीईआरटी की किताबों का पढ़ें और उदाहरण के प्रश्नों को भी हल करें.
- मॉक टेस्ट दें और गलतियों का विश्लेषण करें, कमजोर टॉपिक्स पर अधिक ध्यान दें.
- कठिन विषयों को समझने के लिए फ्लैश कार्ड का उपयोग करें.
- छात्रों को परीक्षा पैटर्न, अंकन योजना और परीक्षा के प्रकार के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है.
- पुराने प्रश्नपत्रों को हल करें जिससे परीक्षा पैटर्न और परीक्षा के प्रकार के बारे में जानकारी मिल सके.
- नियमित तौर पर सीबीएसई की ऑफिसियल वेबसाइट पर विजिट करते रहें जिससे आपको किसी भी अपडेट या बदलाव के बारे में जानकारी मिल सके.
- पर्याप्त नींद लें और संतुलित भोजन ग्रहण करें.
CBSE के प्रमाणपत्र और मान्यता का महत्व
सीबीएसई बोर्ड का प्रमाणपत्र और मान्यता का महत्त्व इसलिए ज्यादा है क्योंकि सीबीएसई राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा बोर्ड है, जिसका पाठ्यक्रम देश के सभी विश्वविद्यालय में नियुक्तियों द्वारा स्वीकार किया जाता है. ये छात्रों को मानकीकृत और व्यापक शिक्षा प्रदान करता है और साथ ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा और उच्च शिक्षा के लिए तैयार भी करता है.
सीबीएसई प्रमाण पत्र और मान्यता की जानकारी विस्तार से-
- सीबीएसई को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है जो विश्वसनीयता प्रदान करती है.
- सीबीएसई का पाठ्यक्रम सभी स्कूलों के लिए एक जैसा होता है जिससे छात्रों को एक समान शिक्षा प्रदान की जाती है.
- सीबीएसई का पाठ्यक्रम गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और अंग्रेजी विषयों में एक मजबूत आधार देता है.
- सीबीएसई के पाठ्यक्रम को पीएमटी, जेईई, आईआईटी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी बनाया गया है.
- सीबीएसई प्रमाणपत्र भारत देश और दुनिया भर के विश्वविद्यालय और नियोक्ताओं द्वारा व्यापक रूप से स्वीकार किया गया है.
- सीबीएसई द्वारा छात्रों को ऑनलाइन संसाधन पर्याप्त अध्ययन सामग्री और नमूना प्रश्न पत्र भी प्रोवाइड किए जाते हैं.
- उम्मीदवार सीबीएसई की ऑफिसियल वेबसाइट https://www.cbse.gov.in/ पर जाकर पाठ्यक्रम 2025 को डाउनलोड कर सकते हैं.
FAQs: CBSE से जुड़े सामान्य प्रश्न
CBSE क्या है?
CBSE (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) भारत सरकार के अधीन एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा बोर्ड है और साथ ही, कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं भी आयोजित करता है.
CBSE का मुख्यालय कहां स्थित है?
CBSE का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है.
क्या CBSE स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों के छात्र भी परीक्षा दे सकते हैं?
हाँ, कक्षा 10 और 12 की परीक्षा में प्राइवेट छात्र भी निर्धारित शर्तों के अनुसार आवेदन कर सकते हैं.
CBSE रिजल्ट कहां जारी किया जाता है?
CBSE बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in पर जारी किया जाता है.
क्या CBSE में ग्रेडिंग सिस्टम होता है?
हाँ, कक्षा 10वीं के लिए CBSE ग्रेडिंग सिस्टम का उपयोग करता है जिसमें छात्रों को उनके प्रदर्शन के आधार पर ग्रेड दी जाती हैं.
CBSE द्वारा कौन सी कक्षाओं की परीक्षाएं करवाई जाती हैं?
CBSE बोर्ड द्वारा कक्षा 10वीं (AISSE) और कक्षा 12वीं (AISSCE) की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाती है.
CBSE का पाठ्यक्रम कैसा होता है?
CBSE का पाठ्यक्रम NCERT (National Council of Educational Research and Training) द्वारा जारी होता है, जो राष्ट्रीय स्तर पर मानकीकृत और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयुक्त माना जाता है.
CBSE बोर्ड परीक्षा में पास होने के लिए कितने नंबर लाने होते हैं?
CBSE बोर्ड परीक्षा में पास होने के लिए छात्रों को प्रत्येक विषय में कम से कम 33% अंक लाने होते हैं.
निष्कर्ष: CBSE आपके बच्चे या आपके लिए क्यों सही विकल्प है?
सीबीएसई (CBSE) सभी छात्रों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है, क्योंकि सीबीएसई द्वारा छात्रों को मानक पाठ्यक्रम, उच्च स्तर पर मान्यता और भविष्य के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है. इसका पाठ्यक्रम देश और दुनिया भर के विश्वविद्यालय और कॉलेजों द्वारा मान्यता प्राप्त है.