District Sports Officer Kaise Bane: जिला खेल अधिकारी (District Sports Officer) एक सरकारी नौकरी होती है, जो किसी जिले में खेलों के विकास और मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार होती हैं. DSO का कार्य जिले में खेल से संबंधित गतिविधियों की देखरेख और विकास करना होता है.
बहुत से छात्र ऐसे हैं जिन्हें नहीं पता कि जिला खेल अधिकारी कौन होता है तो आइये आज के इस (District Sports Officer Kaise Bane) आर्टिकल में हम आपको डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर (DSO) कौन होता है? इन्हें क्या कार्य करने पड़ते हैं? डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए? चयन प्रक्रिया और परीक्षा पैटर्न क्या होता है? DSO बनने के लिए तैयारी कैसे करें? डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर को कितनी सैलरी मिलती है और कौन कौन से भत्ते मिलते हैं आदि के बारे में विस्तार से बताएंगे, तो अगर आप भी जिला खेल अधिकारी के बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं तो इस District Sports Officer Kaise Bane आर्टिकल को पूरा पढ़ें.
District Sports Officer (DSO) कौन होता है?
डिस्ट्रिक्स स्पोर्ट्स ऑफिसर (DSO) को हिंदी में “जिला खेल अधिकारी” कहा जाता है. यह एक सरकारी नौकरी होती है, जो किसी जिले में खेल से संबंधित प्रतियोगिता ओं को बढ़ाना और इसके मैनेजमेंट के लिए जिम्मेदार होती हैं. जिला खेल अधिकारी का प्रमुख कार्य अपने जिले में खेल प्रतियोगिताओं को आयोजित करना, खेल गतिविधियों को बढ़ाना और अन्य खेल प्रतिभाओ को विकसित करना होता है.

DSO खेल विभाग के अधीन कार्य करता है और राज्य सरकार के खेल विकास कार्यक्रमों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है.
DSO के प्रमुख कार्य
विभिन्न खेलों का आयोजन
डीएसओ का कार्य जिले में विभिन्न स्तरों पर खेल प्रतियोगिता और कार्यक्रम को आयोजित करना होता है.
खेलों का विकास
विभिन्न तरह के खेलों को गतिविधियों को बढ़ावा देने का कार्य भी DSO का होता है.
खेल सुविधाएँ
डीएसओ का कार्य खेल मैदानों और अन्य खेल सुविधाओं के विकास रखरखाव में मदद करना होता है.
खेलों के प्रति जागरूकता
खेलों का प्रचार प्रसार करना और ज्यादा से ज्यादा लोगों को खेल गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने का कार्य भी इन्हीं का होता है.
खेल प्रतिभाओ का विकास
जिला खेल अधिकारी द्वारा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जाता है, उन्होंने प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है.
खेलों के लिए बजट
खेल गतिविधियों के लिए बजट का सही तरीके से मैनेजमेंट करने का कार्य भी जिला खेल अधिकारी का होता है.
DSO की प्रमुख जिम्मेदारियां
जिला खेल अधिकारी (DSO) की मुख्य जिम्मेदारियां जिले में खेल गतिविधियों को बढ़ाना, उनका प्रचार-प्रसार करना और विभिन्न तरह के कार्यक्रमों को आयोजित करना होता है. साथ ही, खेल प्रतिभागियों की पहचान करके उन्हें प्रशिक्षण देना और खेल सुविधाओं का प्रबंधन और देखरेख की जिम्मेदारी भी डीएसओ की होती है.
डीएसओ की जिम्मेदारियां
खेल प्रतिभागियों की पहचान
जिला खेल अधिकारी द्वारा प्रतिभाओ की पहचान करके उन्हें आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन दिया जाता है.
प्रशिक्षण
डीएचओ द्वारा खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाती है और खिलाड़ियों को प्रशिक्षण और कोचिंग की सुविधा प्रदान की जाती है.
खेलों का प्रचार प्रसार
जिला खेल अधिकारी द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों को खेल के प्रति जागरूक करना और उन्हें खेलों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.
विभिन्न खेलों का आयोजन
डीएसओ द्वारा जिले में विभिन्न तरह के खेल कार्यक्रम टूर्नामेंट और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है.
खेल नीतियों को लागू करना
निर्धारित खेल नीतियों को जिले में लागू करने की जिम्मेदारी DSO की होती है.
खेल सुविधाओं का प्रबंधन
जिले में खेल परिसरों, मैदानों और अन्य खेल सुविधाओं का प्रबंधन करने की जिम्मेदारी जिला खेल अधिकारी की होती है.
खेल विभाग के साथ समन्वय
खेल विभाग के साथ समन्वयन करके खेल गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने की जिम्मेदारी डीएसओ की होती है.
DSO बनने के लिए योग्यता
District Sports Officer (DSO) बनने के लिए, उम्मीदवार के पास शारीरिक शिक्षा में स्नातक डिग्री (B.P.Ed) और कुछ मामलों में स्नातकोत्तर डिग्री (M.P.Ed) होनी चाहिए. इसके अलावा राज्य स्तर पर खेल में भागीदारी और कुछ मामलों में कोचिंग डिप्लोमा भी उम्मीदवार के लिए लाभकारी साबित हो सकता है.
शैक्षणिक योग्यता
- उम्मीदवार के पास शारीरिक शिक्षा में स्नातक डिग्री (B.P.Ed) होनी चाहिए.
- कुछ मामलों में, स्नातकोत्तर डिग्री (M.P.Ed) की भी आवश्यकता होती है.
खेल एक्सपीरियंस
- अंतर-कॉलेज या अंतर-विश्वविद्यालय स्तर पर खेल में भागीदारी भी एक लाभ हो सकता है.
- राज्य राष्ट्रीय स्तर पर खेल में भागीदारी की भी आवश्यकता होती है.
- उस मामले में, राष्ट्रीय खेल संस्थान से खेल कोचिंग में डिप्लोमा भी उम्मीदवार के लिए लाभदायक हो सकता है.
अन्य योग्यताएं
- उम्मीदवार की आयु न्यूनतम 21 साल और अधिकतम 40 साल होनी चाहिए.
- नियम के अनुसार, आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को आयु सीमा में छूट मिलेगी.
- कुछ मामले में, राष्ट्रीय शारीरिक दक्षता ड्राइव के अंतर्गत राष्ट्रीय पुरस्कार.
चयन प्रक्रिया और परीक्षा पैटर्न
जिला खेल अधिकारी (DSO) बनने के लिए, उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा, इंटरव्यू डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और शारीरिक दक्षता परीक्षा के आधार पर किया जाता है. लिखित परीक्षा में सामान्य ज्ञान, शारीरिक शिक्षा और खेल विज्ञान से संबंधित प्रश्न आते हैं कुछ मामलों में, शारीरिक दक्षता परीक्षा भी करवाई जाती है.
चयन प्रक्रिया के चरण-
लिखित परीक्षा
यह परीक्षा आमतौर पर 100 से 200 नंबर की होती है, कुछ राज्यों में 300 अंकों की भी हो सकती है. इसमें सामान्य ज्ञान, खेल संबंधी ज्ञान और शारीरिक शिक्षा से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं.
इंटरव्यू
लिखित परीक्षा में पास होने के बाद उम्मीदवारों के इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है, जिसमें उम्मीदवार के ज्ञान अनुभव और व्यक्तित्व का मूल्यांकन किया जाता है.
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
इंटरव्यू के बाद, दस्तावेज़ सत्यापन होता है जिसमें उम्मीदवार को अपने सभी जरूरी दस्तावेज जैसे- शैक्षणिक प्रमाणपत्र, पहचान प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज लेकर जाने होते हैं.
शारीरिक दक्षता परीक्षा
उस मामलों में शारीरिक दक्षता परीक्षा भी करवाई जाती है, जिसमें उम्मीदवार के शारीरिक फिटनेस और खेल कौशल का मूल्यांकन किया जाता है. इसमें विभिन्न खेल संबंधित गतिविधियाँ शामिल होती है, जैसे- दौड़ना, कूदना और अन्य खेल आधारित परीक्षण. इस परीक्षा के अंक भी लिखित परीक्षा के जैसे ही जरूरी होता है.
मेरिट लिस्ट
लिखित परीक्षा, इंटरव्यू दस्तावेज सत्यापन और शारीरिक दक्षता परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है.
नियुक्ति
सभी चरणों को पास करने के बाद मेरिट लिस्ट के आधार पर उम्मीदवारों के पद के लिए नियुक्ति दी जाती है.
परीक्षा पैटर्न और सिलेबस
जिला खेल अधिकारी बनने के लिए प्रतियोगी परीक्षा पास करनी होती है. परीक्षा का परीक्षा पैटर्न और सिलेबस समय-समय पर सरकार द्वारा निर्धारित किया जाता है और इसमें बदलाव ही होता रहता है.
सामान्य ज्ञान
इसमें सामान्य विज्ञान, करंट अफेयर्स, भारतीय इतिहास, भूगोल राजनीति और अर्थशास्त्र जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं.
शारीरिक शिक्षा
इसमें शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत, इतिहास और विधियाँ जैसे विषयों पर आधारित प्रश्न शामिल होते हैं.
खेल विज्ञान
इसमें खेल प्रबंधन, खेल प्रशासन, शरीर क्रिया विज्ञान, खेल मनोविज्ञान, खेल पोषण और बायोमैकेनिक्स से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं.
अन्य महत्वपूर्ण बातें
- जिला खेल अधिकारी (District Sports Officer- DSO) को “वरीष्ठ नामित अधिकारी” (Senior Designated Officer) या “नामित नागरिक अधिकारी” (Designated Civil Officer) के नाम से भी जाना जाता है.
- डीएसओ पद के लिए उम्मीदवार के पास शारीरिक शिक्षा में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री या शारीरिक शिक्षा में डिप्लोमा की डिग्री होना आवश्यक है.
- कुछ मामलों में, शारीरिक शिक्षा के अनुभव की भी जरूरत होती है.
- उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वो ऑफिसियल नोटिफिकेशन और पाठ्यक्रम विवरण के लिए राज्य की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं.
- राज्य की खेल विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट या संबंधित भर्ती बोर्ड की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर अधिक जानकारी ले सकते हैं.
तैयारी कैसे करें- Subjects और Study Material
जिला खेल अधिकारी बनने के लिए, उम्मीदवार के पास शारीरिक शिक्षा में स्नातक डिग्री या स्नातकोत्तर डिग्री होनी आवश्यक है. इसके अलावा, आपको लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के लिए भी तैयारी करनी होती है.
परीक्षा की तैयारी-
सिलेबस (Syllabus)
परीक्षा की तैयारी के लिए सबसे पहले सिलेबस को अच्छे से समझें और एक अध्ययन योजना तैयार करें.
विषय (Subjects)
- शारीरिक शिक्षा के सिद्धांत (Principles of Physical Education)
- शारीरिक शिक्षा का इतिहास (History Of Physical Education)
- शारीरिक स्वास्थ्य और फिटनेस (Physical Health and Fitness)
- खेल प्रबंधन (Sports Management)
- खेल प्रशिक्षण (Sports Training)
- खेल मनोविज्ञान (Sports Psychology)
- खेलों का समाजशास्त्र (Sociology of Sports)
- खेलों में चोटें और रोकथाम ( Injuries and Prevention in Sports)
अध्ययन के लिए आवश्यक सामग्री
- ऑनलाइन संसाधन और वेबसाइट्स
- मॉक टेस्ट करें
- पिछले साल के प्रश्न पत्र
- शारीरिक शिक्षा की किताबें और जर्नल
प्रैक्टिस करें
- नियमित रूप से मॉक टेस्ट करें और अपनी कमजोरियों को पहचानें और उनमें सुधार करें
- तैयारी के लिए टॉपर्स की योजनाओं को सीखे और अपनाएं
- पुराने प्रश्नपत्रों को हल करें और समाचार पत्र पढ़ें
अन्य ध्यान देने योग्य बातें
- परीक्षा की तैयारी के साथ साथ एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें और नियमित रूप से व्यायाम अवश्य करें.
- अगर संभव हो तो खेल संबंधी कार्यकमों और अन्य गतिविधियों में भाग लें.
- परीक्षा के दौरान सकारात्मक रहें और कड़ी मेहनत करें.
- खेल अधिकारियों और अन्य पेशावरों के साथ संपर्क बनाएँ.
- अधिक जानकारी के लिए अपने राज्य की खेल विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं.
सैलरी, भत्ते और प्रमोशन के अवसर
जिला खेल अधिकारी का वेतन राज्य और पद के अनुसार अलग-अलग होता है. आमतौर पर एक जिला खेल अधिकारी का वेतन 53,100 रुपये से लेकर 1,67,800 रुपये के लगभग प्रतिमाह होता है जो कि लेवल-9 के अनुसार निर्धारित होता है. सैलरी के साथ साथ डीएसओ के पद पर कार्यरत उम्मीदवार को अन्य भत्ते और सुविधाएं भी मिलती है.
वेतन
- डीएसओ का वेतन लेवल-9 के अनुसार होता है.
- जिला खेल अधिकारी (DSO) का वेतन लगभग 53,100 रुपये से लेकर 1,67,800 रुपये प्रतिमाह होता है.
- कुछ राज्यों में, डीएसओ का वेतन 40,000 रुपये से लेकर 45,000 रुपये के लगभग प्रतिमाह होता है.
भत्ते और सुविधाएं
- डीएसओ के पद पर कार्यरत उम्मीदवार को मूल वेतन के साथ साथ अन्य सरकारी भत्ते और सुविधाएं भी मिलती है, जैसे महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता, परिवहन भत्ता और अन्य भत्ते.
- इसके अलावा डीएसओ को आवास भत्ता या अन्य विशेष भत्ते भी मिल सकती है.
- डीएसओ को मिलने वाले भत्ते राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों के अनुसार निर्धारित होते हैं जो कि राज्य और पद के अनुसार अलग-अलग होते हैं.
प्रमोशन के अवसर
डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर बनने के लिए सरकारी सेवा के भीतर ही प्रमोशन के अवसर उपलब्ध होते हैं यह न सिर्फ एक सम्मानजनक शुरुआती इस तरह बल्कि इससे खेल प्रशासन के उच्च पदों तक पहुंचने का रास्ता भी खुलता है. DSO (डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर) के पद पर कुछ साल कार्य करने के बाद आपका प्रमोशन सीनियर डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर के पद पर होता है. उसके बाद आप ज्वाइंट डायरेक्टर, एडिशनल डायरेक्टर और डायरेक्टर जैसे उच्च पदों पर प्रमोशन पा सकते हैं.
प्रमोशन के आधार
- उम्मीदवार का प्रमोशन अनुभव और प्रदर्शन मूल्यांकन के आधार पर किया जाता है.
- कुछ पदों पर प्रमोशन के लिए विभागीय परीक्षाएं या इंटरव्यू भी करवाया जाता है.
- रिक्त पदों की उपलब्धता भी प्रमोशन का आधार हो सकती है.
- प्रशासनिक दक्षता और नेतृत्व क्षमता के आधार पर उम्मीदवार का प्रमोशन उच्च पद पर हो सकता है.
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
- डीएसओ का पद एक जिम्मेदारी वाला पद होता है जो कि खेल प्रबंधन, खेल गतिविधियों के आयोजन, उनके विकास और प्रचार प्रसार के लिए जिम्मेदार होता है.
- डीएसओ को खेलों से संबंधित प्रशिक्षण की व्यवस्था करनी होती है, साथ ही अन्य विभिन्न कोचिंग कार्यक्रमों को भी आयोजित करना होता है.
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District Sports Officer (DSO) के लिए आवेदन प्रक्रिया
जिला खेल अधिकारी (DSO) के पद पर आवेदन करने के लिए आपको सम्बन्धित राज्य लोक सेवा आयोग की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना है. वहाँ पर आपको डीएसओ पद के लिए दी गई ऑफिसियल नोटिफिकेशन को पढ़ना है, जिसमें आवेदन प्रक्रिया पात्रता मानदंड और अन्य सभी डिटेल्स विस्तार से दी गई है.
आवेदन की पूरी प्रक्रिया विस्तार से-
ऑफिसियल वेबसाइट पर नोटिफिकेशन पढ़ें
सबसे पहले राज्य लोक सेवा आयोग की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और डीएसओ पद के जारी नोटिफिकेशन को पढ़ें.
पात्रता मानदंड चेक करें
सुनिश्चित करें कि आप DSO पद के लिए निर्धारित योग्यताओं को पूरा करते हैं कि शैक्षणिक योग्यता, आयु सीमा और एक्सपीरियंस आदि.
आवेदन करें
अगर आप सभी पात्रता मानदंडो को पूरा करते हैं तो नोटिफिकेशन में दिए गए निर्देशों के अनुसार आवेदन करें.
दस्तावेज अपलोड करें
मांगे गए सभी दस्तावेज जैसे शैक्षणिक प्रमाण पत्र, पहचान प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज स्कैन करके अपलोड करें.
आवेदन शुल्क जमा करें
निर्धारित शुल्क का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से करें.
आवेदन पत्र सबमिट करें
आवेदन पत्र भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद आवेदन पत्र सबमिट कर देना है.
प्रिंटआउट निकाल लें
आवेदन पत्र सबमिट करने के बाद इसका प्रिंटआउट निकालकर भविष्य के लिए सुरक्षित रख लें.
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
- आवेदन करने से पहले, ऑफिसियल नोटिफिकेशन को पढ़ें और सभी निर्देशों का पालन अवश्य करें.
- आवेदन पत्र सही-सही भरें क्योंकि गलती होने पर आवेदन अस्वीकार हो हो सकता है.
- अगर आपको किसी भी प्रकार की कोई समस्या है तो आप सम्बन्धित राज्य लोक सेवा आयोग से संपर्क कर सकते हैं.
- आवेदन के लिए इच्छुक उम्मीदवार अंतिम तिथि का ध्यान रखें, और तिथि समाप्त होने से पहले ही आवेदन करें.
DSO भर्ती 2025: महत्वपूर्ण तिथियाँ
जिला खेल अधिकारी भर्ती 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया 3 जून 2025 से शुरू हो चुकी है और इसमें 24 जून 2025 तक आवेदन फॉर्म भरे जाएंगे. भर्ती के लिए इच्छुक उम्मीदवार अंतिम तिथि से पहले अपना आवेदन फार्म अवश्य भरें. आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने की कुछ एक सप्ताह बाद इसकी परीक्षा भी आयोजित की जाएगी.
महत्वपूर्ण तिथियां
आवेदन शुरू- 3 जून 2025
आवेदन की अंतिम तिथि- 24 जून 2025
परीक्षा तिथि- 16 जुलाई से 3 अगस्त 2025 तक
ऐडमिट कार्ड- परीक्षा से 3 से 4 दिन पहले जारी
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
- ये संभावित तिथियां है, अधिक जानकारी के लिए आप खेल विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑफिसियल नोटिफिकेशन को अवश्य पढें.
- आवेदन करने से पहले पात्रता मानदंड आवेदन प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण डिटेल्स को अच्छे से पढ़ना जरूरी है
- उदाहरण के लिए, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने जिला खेल अधिकारी (DSO) के 06 पदों पर भर्ती की अनाउंसमेंट की है.
- आवेदक के पास स्नातक की डिग्री और राष्ट्रीय खेल स्तर की खेल प्रतियोगितामों में भाग लेने का अनुभव होना जरूरी है.
- इसके साथ ही उन्हें NSNIS पटियाला, LNIPE ग्वालियर या SGSI गांधीनगर से खेल कोचिंग में डिप्लोमा या स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी किया होना जरूरी है.
- मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा खेल अधिकारी के 187 पदों पर भर्ती भी अनाउंसमेंट की गई है.
- उम्मीदवार के पास स्नातकोत्तर डिग्री में 55% मार्क्स होना जरूरी है. इसके अलावा, संबंधित पद में एमपी सेट या नेट परीक्षा पास होना आवश्यक है.
- उम्मीदवार के पास एमपी का रोजगार रजिस्ट्रेशन भी होना आवश्यक है.
FAQ – DSO से जुड़े सामान्य सवाल जवाब
District Sports Officer कौन होता है?
जिला खेल अधिकारी (District Sports Officer- DSO) जिले में खेल प्रबंधन, विकास और प्रचार प्रसार के लिए जिम्मेदार एक सरकारी अधिकारी होता है.
डीएसओ के कार्य क्या है?
डीएसओ का कार्य जिले में खेल गतिविधियों का प्रचार प्रसार करना, विभिन्न प्रकार के टूर्नामेंट और कार्यक्रम आयोजित करना, खेल सुविधाओं के विकास और रखरखाव का कार्य देखना, खेल से संबंधित बजट प्रबंधन का कार्य देखना और खेल से संबंधित अन्य सरकारी योजनाओं और नीतियों को लागू करना होता है.
क्या खेल में उपलब्धि होना अनिवार्य है?
कई बार खेल में राज्य/राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धि को वरीयता दी जाती है, पर यह अनिवार्य नहीं होता जब तक नोटिफिकेशन में इसके बारे में न दिया गया हो.
DSO किन विभागों के अंतर्गत आता है?
DSO का पद राज्य के युवा कल्याण एवं खेल विभाग (Department of Youth Affairs & Sports) के अंतर्गत आता है.
क्या DSO पद पर प्रमोशन के अवसर हैं?
हाँ, अनुभव और परफॉर्मेंस के आधार पर जिला स्तर से राज्य स्तर तक प्रमोशन के असवर होते है.
क्या महिलाओं के लिए DSO पद में आरक्षण होता है?
हाँ, राज्य सरकार के नियमानुसार महिलाओं को आरक्षण और विशेष छूट मिलती है.
निष्कर्ष – क्या DSO बनना आपके लिए सही करियर ऑप्शन है?
जिला खेल अधिकारी बनना उन उम्मीदवारों के लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है, जो खेलों में रुचि रखते हैं और समुदाय में खेलों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करने में इच्छुक हैं. डीएसओ का काम विभिन्न तरह के खेलों का आयोजन करना, प्रशिक्षण और विकास कार्य करना होता है. ऐसे में अगर आप भी खेल में इंटरेस्ट रखते हैं और उन्हें बढ़ावा देना चाहते हैं, तो ये पद आपके लिए एक अच्छा करियर ऑप्शन हो सकता है. यहाँ पर उम्मीदवार को अच्छी सैलरी के साथ साथ अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं.