बीसीए कोर्स का मतलब है “बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन”, यह कंप्यूटर से संबंधित कोर्स होता है जिसकी ड्यूरेशन 3 साल की होती है. बहुत से उम्मीदवार 12वीं कक्षा पास करने के बाद कोई अच्छा कंप्यूटर कोर्स करना चाहते हैं, तो बीसीए कोर्स उनके लिए बेहतर ऑप्शन हैं.
आज भी बहुत से छात्र ऐसे होते हैं जिन्हें नहीं पता होता है कि BCA क्या है तो आइये आज के इस (BCA Course Kya Hai) आर्टिकल में हम आपको BCA कोर्स क्या है? इस कोर्स को करने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए? इसमें क्या पढ़ाया जाता है? बीसीए कोर्स के फायदे क्या होते हैं? BCA कोर्स का सिलेबस और विषय क्या है? BCA कोर्स करने के बाद नौकरी के अवसर क्या है? और इसे करने के बाद कितनी सैलरी मिलती है? BCA कोर्स के लिए एडमिशन प्रक्रिया क्या है? आदि के बारे में विस्तार से बताएँगे. अगर आप भी बीसीए कोर्स से संबंधित पूरी जानकारी चाहते हैं तो इस BCA Course Kya Hai लेख को अंत तक पढ़ें.
BCA क्या होता है?
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA) 3 साल का स्नातक प्रोग्राम होता है, जो छात्रों को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन विकसित करने और लागू करने के लिए ज्ञान और कौशल से लैस करने के लिए बनाया गया है. इस कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट के पास इस कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट के पास विभिन्न आईटी करियर के लिए दरवाजे खुल जाते हैं, बी.टेक की तुलना में अपेक्षाकृत कम अवधि होती है और आगे की पढ़ाई के लिए आधार भी मजबूत होता है.

बीसीए कोर्स 3 साल का होता है और प्रत्येक साल में दो सेमेस्टर होते हैं. इस तरह से इसे कुल छह सेमेस्टर होते हैं, जिससे कैंडिडेट को कई तरह के विषयों को कवर करने और कंप्यूटर एप्लीकेशन का ज्ञान प्राप्त करने का मौका मिलता है.
BCA का Full Form और उद्देश्य
बीसीए का पूरा नाम “Bachelor of Computer Application” होता है. यह 3 साल का स्नातक डिग्री कोर्स है, जिसमें कंप्यूटर से संबंधित चीजें पढ़ाई जाती है. इस कोर्स को करने से कंप्यूटर एप्लीकेशन में एक मजबूत आधार प्रदान होता है.
BCA कोर्स के लिए योग्यता
बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन कोर्स करने के लिए उम्मीदवार का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 (12वीं कक्षा) पास होना आवश्यक है. आमतौर पर, 12वीं में कम से कम 50% नंबर की जरूरत होती है, लेकिन कुछ कॉलेजों में 45% नंबर भी मांगे जाते हैं.
- बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन कोर्स को करने के लिए उम्मीदवार का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 50% मार्क्स के साथ 12वीं पास होना जरूरी है. 12वीं में गणित विषय होना अनिवार्य हैं.
- बीसीए कोर्स में एडमिशन के लिए कुछ विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं. प्रवेश परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों को ही कोर्स में एडमिशन मिलता है.
- बीसीए कोर्स करने के लिए कोई ऊपरी आयुसीमा निर्धारित नहीं है सभी उम्र के उम्मीदवार इस कोर्स को कर सकते हैं, लेकिन कुछ संस्थानों में 21 से 22 साल की ऊपरी आयु सीमा हो सकती है.
बीसीए कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया (Admission Process)
बीसीए कोर्स में एडमिशन के लिए, सबसे पहले आपको पात्रता मानदंडों के चेक करना है, जिसमें आमतौर पर 12वीं कक्षा या समकक्ष परीक्षा में 50% अंकों के साथ कंप्यूटर एप्लीकेशन / विज्ञान एक विषय के रूप में शामिल होने चाहिए. उसके बाद कॉलेज की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना है और अपने डिटेल्स भरकर फॉर्म जमा करना है. कुछ संस्थानों में, एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा और इंटरव्यू भी करवाया जा सकता है.
ऐडमिशन की पूरी प्रक्रिया-
पात्रता जांचे
बीसीए कोर्स में एडमिशन के लिए, सबसे पहले ये सुनिश्चित करना होगा कि आप निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं.
आवेदन पत्र भरें
कॉलेज या विश्वविद्यालय की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करें.
दस्तावेज अपलोड करें
आवेदन पत्र के साथ मांगे गए जरूरी दस्तावेज जैसे फोटो, सिग्नेचर, सर्टिफिकेट आदि अपलोड करें.
फीस जमा करें
ऑनलाइन माध्यम से आवेदन शुल्क का भुगतान करें.
प्रवेश परीक्षा (अगर लागू है तो)
कुछ संस्थानों में बीसीए कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा करवाई जाती है, जिसमें सामान्य ज्ञान, कंप्यूटर जागरूकता और गणित से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं.
इंटरव्यू (अगर लागू है तो)
संस्थानों में एडमिशन के लिए इंटरव्यू आयोजित किया जाता है.
मेरिट लिस्ट
अंत में कॉलेज या विश्वविद्यालय द्वारा मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी, मेरिट लिस्ट में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को कॉलेज में ऐडमिशन दिया जाएगा.
अन्य महत्वपूर्ण बातें
- बीसीए कोर्स 3 साल का होता है.
- बीसीए कोर्स में एडमिशन अप्रैल और मई के महीने में शुरू होते हैं.
- अलग-अलग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के अनुसार ऐडमिशन प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है.
- कुछ कॉलेजों में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है जिसमें सामान्य ज्ञान गणित और कंप्यूटर जागरूकता से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं.
- कुछ कॉलेजों में एडमिशन के लिए इंटरव्यू आयोजित हो सकता है.
बीसीए कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा
बीसीए कोर्स में एडमिशन के लिए अलग-अलग कॉलेजों के हिसाब से अलग-अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है यहाँ पर कुछ कॉलेज और वहाँ आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा के नाम दिए गए हैं-
प्रवेश परीक्षा | विवरण |
आईपीयू सीईटी बीसीए | गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (GGSIPU), दिल्ली द्वारा संचालित. |
सेट बीसीए | सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर स्टडीज एंड रिसर्च (एसआईसीएसआर), पुणे में प्रवेश के लिए सिम्बायोसिस प्रवेश परीक्षा (एसईटी). |
आइमा उगत | अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (AIMA) द्वारा आयोजित अंडर ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट (यूजीएटी). |
CUET (क्राइस्ट यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा) | प्रवेश परीक्षा क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर द्वारा आयोजित की गई. |
फीस स्ट्रक्चर
बीसीए कोर्स की फीस कॉलेज के हिसाब से अलग-अलग होती है. आप कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन माध्यम से चेक कर सकते हैं. आमतौर पर सरकारी कॉलेज में बीसीए कोर्स की फीस 5000 रुपये से 30,000 रूपये प्रति साल की होती है. वहीं प्राइवेट कॉलेजों में ये फीस 50,000 रुपए से लेकर 2,00,000 रूपये के लगभग प्रति साल होती है.
BCA कोर्स का सिलेबस और विषय
बीसीए कोर्स में कंप्यूटर विज्ञान, डेटाबेस मैनेजमेंट, नेटवर्किंग, डेटा स्ट्रक्चर, प्रोग्रामिंग भाषाएँ, कंप्यूटर फंडामेंटल, क्लाउड कंप्यूटिंग, ऑपरेटिंग सिस्टम, मोबाइल ऐप विकास, डेटा एनालिसिस और अन्य विषयों का अध्ययन कराया जाता है इस कोर्स में प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों शामिल होते हैं.
बीसीए कोर्स के विषय-
ऑपरेटिंग सिस्टम- विंडोज, लिनक्स आदि.
वेब डेवलपमेंट- HTML, CSS, जावास्क्रिप्ट, PHP आदि.
सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग- सॉफ्टवेयर विकास प्रक्रिया.
नेटवर्किंग- कंप्यूटर नेटवर्क और संचार.
गणित- कंप्यूटर विज्ञान के लिए आवश्यक गणितीय अवधारणाएं.
कंप्यूटर फंडामेंटल- कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की मूल बातें.
प्रोग्रामिंग भाषाएं- C, C++, जावा, पायथन आदि.
डेटा स्ट्रक्चर- डेटा को संग्रहीत और व्यवस्थित करने के तरीके.
डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (DBMS)- डेटाबेस बनाना, प्रबंधित करना और SQL का उपयोग करना.
संचार कौशल- तकनीकी लेखन और मौखिक संचार.
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)- AI और मशीन लर्निंग का परिचय.
क्लाउड कंप्यूटिंग- क्लाउड प्रौद्योगिकी, AWS, Azure और Google Cloud.
मोबाइल ऐप विकास- एंड्रॉइड और आईओएस एप्लिकेशन विकास.
डेटा एनालिटिक्स- डेटा प्रोसेसिंग, पायथन और मशीन लर्निंग टूल.
सेमेस्टर वाइज सिलेबस-
बीसीए कोर्स 3 साल का होता है, जिसमें कुल 6 सेमेस्टर होते हैं. प्रत्येक सेमेस्टर में अलग अलग विषय होते हैं, जिसमें सैद्धांतिक और व्यवहारिक कक्षाएं शामिल की जाती है. कुछ कॉलेजों में अच्छी विषय भी शामिल होते हैं, जिससे छात्र अपनी इच्छानुसार विषय का चुनाव कर सकते हैं.
सेमेस्टर 1
- हार्डवेयर लैब (केवल सी.आई.ए.)
- सांख्यिकी I बीसीए के लिए
- डिजिटल कंप्यूटर मूल बातें
- सी का उपयोग करके प्रोग्रामिंग का परिचय
- सी प्रोग्रामिंग लैब
- पीसी सॉफ्टवेयर लैब.
सेमेस्टर 2
- केस टूल्स लैब (केवल सी.आई.ए.)
- बुनियादी असतत गणित
- ऑपरेटिंग सिस्टम
- डेटा संरचनाएं
- डेटा संरचना प्रयोगशाला
- विज़ुअल प्रोग्रामिंग लैब.
सेमेस्टर 3
- पारस्परिक संचार
- प्रारंभिक बीजगणित
- वित्तीय लेखांकन
- सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
- डेटाबेस प्रबंधन तंत्र
- C++ का उपयोग करके ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग.
सेमेस्टर 4
- कंप्यूटर नेटवर्क
- जावा में प्रोग्रामिंग
- जावा प्रोग्रामिंग लैब
- डीबीएमएस प्रोजेक्ट लैब
- वेब प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला.
सेमेस्टर 5
- यूनिक्स प्रोग्रामिंग
- OOAD UML का उपयोग करना
- उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस डिज़ाइन
- ग्राफिक्स और एनीमेशन
- पायथन प्रोग्रामिंग
- व्यापारिक सूचना.
सेमेस्टर 6
- एल्गोरिदम का डिजाइन और विश्लेषण
- क्लाइंट-सर्वर कंप्यूटिंग
- कंप्यूटर आर्किटेक्चर
- क्लाउड कम्प्यूटिंग
- मल्टीमीडिया अनुप्रयोग
- सॉफ्ट कंप्यूटिंग का परिचय.
कॉलेज और यूनिवर्सिटी विकल्प
बीसीए कोर्स के लिए आप इन कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में एडमिशन ले सकते हैं-
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
- सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ कंप्यूटर इंस्टीट्यूट स्टडीज़ एंड रिसर्च, पुणे
- लोयोला कॉलेज, चेन्नई
- कंप्यूटर विज्ञान विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
- तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)
- बीएचयू, वाराणसी
- आईपी यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- IGNOU (डिस्टेंस मोड)
जॉब ऑप्शन और करियर स्कोप
बीसीए कोर्स करने के बाद आपके पास कई सारे जॉब ऑप्शन्स होते हैं
जॉब ऑप्शन-
- वेब डेवलपर
- डाटा एनालिस्ट
- साइबर सिक्योरिटी एनालिस्ट
- नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर
- आईटी सलाहकार
- डाटा एडमिनिस्ट्रेटर
- सॉफ्टवेर डेवलपर
- प्रोडक्ट मैनेजर
- डेटाबेस प्रशासक
- UI/UX डिजाइनर
करियर स्कोप-
सरकारी क्षेत्र में नौकरी
सरकारी संगठनों में आईटी से संबंधित पदों पर नौकरी के अवसर उपलब्ध हैं.
निजी क्षेत्र में नौकरी
बैंकिंग और वित्तीय संस्थानों, आईटी कंपनियों, दूरसंचार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में काम करने का अवसर मिलता हैं.
उच्च शिक्षा
बीसीए कोर्स करने बाद आप एमसीए या एमबीए करके उच्च पदों के लिए तैयारी कर सकते हैं.
फ्रीलांसिंग
छात्र अपनी स्किल के अनुसार फ्रीलांसिंग का काम करके पैसे कमा सकता है.
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सैलरी और ग्रोथ संभावनाएं
बीसीए कोर्स करने के बाद शुरुआती वेतन लगभग 15,000 से 35,000 रुपये प्रति माह हो सकता है, और धीरे-धीरे अनुभव बढने के साथ-साथ यह वेतन 80,000 रुपये प्रति माह तक हो सकता है. BCA कोर्स पूरा करने के बाद आपको आईटी क्षेत्र में विभिन्न पदों में काम करने का अवसर मिलता है, जैसे- वेब डेवलपर, प्रोग्रामर या डेटा वैज्ञानिक. इसके साथ ही आप MCA (मास्टर्स इन कंप्यूटर एप्लीकेशन्स) या MBA (मास्टर्स इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) जैसे कोर्सेस करके भी अपनी ग्रोथ को और बढ़ा सकते हैं.
सैलरी
शुरुआती वेतन
बीसीए कोर्स करने के बाद उम्मीदवार को शुरुआती वेतन 2.5 लाख से 4.5 लाख रुपए प्रति साल तक वेतन मिल सकता है, जो 15,000 से 30,000 रुपए प्रतिमाह होता है.
अनुभव के बाद
अनुभव बढ़ने के साथ साथ उम्मीदवार का वेतन बढ़ता जाता है कि 4 से 10 लाख रुपये प्रति साल या उससे ज्यादा का हो सकता है.
ग्रोथ संभावनायें
- बीसीए कोर्स करने के बाद आप विभिन्न आईटी कंपनियों, सॉफ्टवेयर विकास फर्मों और वित्तीय संस्थानों नौकरी कर सकते हैं.
- आप विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकसित करके अपनी नौकरी की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं, जैसे साइबर सुरक्षा, डेटा विज्ञान और क्लाउड कंप्यूटिंग आदि.
- BCA कोर्स करने के बाद, आप वेब डेवलपर, प्रोग्राम, साइबर सुरक्षा, डेटा वैज्ञानिक विशेषज्ञ जैसे विशेष पदों पर काम कर सकते हैं.
- बीसीए कोर्स करने के बाद MCA, MBA या कोई अन्य उच्च शिक्षा प्राप्त करके करियर को और विकसित कर सकते हैं.
- आप विभिन्न उद्योगों में प्रौद्योगिकी की उपयोग में कार्य कर सकते हैं जैसे- वित्त, स्वास्थ्य सेवा आदि.
BCA कोर्स के फायदे और नुकसान
BCA (बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) कोर्स एक लोकप्रिय फोर्स माना जाता है, जो छात्रों को कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी की क्षेत्र में करियर बनाने के लिए तैयार करता है. इस कोर्स को करने से कई सारे फायदे है जैसे आईटी सेक्टर में काम करने के विभिन्न अवसर, विभिन्न विशेषज्ञता विकल्प और अच्छा वेतन .हालांकि इस कोर्स को करने से कोई नुकसान भी है, जैसे- कुछ क्षेत्रों में सीमित नौकरी के अवसर, एमसीए जैसे उच्च शिक्षा की जरूरत.
फायदे
आईटी सेक्टर में नौकरी का मौका
बीसीए कोर्स करने के बाद आईटी क्षेत्र में व्यापक करियर अवसर उपलब्ध है, जैसे- वेब डेवलपमेंट, डेटाबेस मैनेजमेंट, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेशन और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट.
विभिन्न विशेषज्ञता विकल्प
बीसीए करने वाले छात्रों के पास विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल करने का मौका मिलता है जैसे क्लाउड कम्प्यूटिंग, साइबर सुरक्षा और डेटा साइंस.
उच्च शिक्षा का
बीसीए कोर्स करने के बाद एमसीए (मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) या अन्य मास्टर डिग्री कोर्स कर सकते हैं.
अच्छा वेतन
बीसीए कोर्स करने के बाद आपको अच्छा वेतन पैकेज मिलता है, खासकर अनुभवी उम्मीदवारों के लिए.
व्यवसाय शुरू करने का अवसर
बीसीए कोर्स करने वाले छात्रों के पास अपना बिज़नेस शुरू करने और सॉफ्टवेयर या आईटी से संबंधित सेवाएं प्रदान करने का मौका होता है.
कौशल विकास
छात्रों को प्रोग्रामिंग वेब डेवलपमेंट और डेटाबेस मैनेजमेंट जैसी महत्वपूर्ण तकनीकी कौशल सीखने का अवसर मिलता है.
करियर में स्थिरता
आईटी क्षेत्र में लगातार विकास के कारण, बीसीए छात्रों के लिए नौकरी की स्थिरता बनी रहती है.
नुकसान
कुछ क्षेत्रों में सीमित अवसर
कुछ क्षेत्रों में बीसीए उम्मीदवारों के लिए सीमित अवसर होते हैं. उन्हें उच्च शिक्षा या विशेष कौशल की जरूरत हो सकती है.
प्रतियोगिता
आईटी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा अधिक होने के कारण बीसीए कोर्स करने वाले छात्रों को नौकरी पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है.
लगातार सीखने की आवश्यकता
आईटी क्षेत्र में लगातार बदलाव के कारण विशेष क्षेत्रों को लगातार सीखते रहने और अपने कौशल को विकसित करने की जरूरत है.
FAQ: BCA कोर्स के जुड़े सामान्य प्रश्न उत्तर
BCA क्या है?
BCA (Bachelor of Computer Applications) एक 3 साल का स्नातक डिग्री कोर्स है, जो कंप्यूटर एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से संबंधित विषय का अध्ययन कराया जाता हैं.
BCA करने के लिए न्यूनतम योग्यता क्या है?
BCA कोर्स करने के लिए 10+2 (इंटरमीडिएट) किसी भी स्ट्रीम से पास आवश्यक है, कुछ कॉलेजों में अंग्रेजी और गणित होना अनिवार्य हो सकता है.
BCA कोर्स की अवधि कितनी है?
BCA कोर्स की कुल अवधि 3 वर्ष (6 सेमेस्टर) होती है.
BCA की फीस कितनी होती है?
सरकारी कॉलेजों में ₹10,000 से ₹30,000 प्रति साल और प्राइवेट कॉलेजों में ₹50,000–₹1.5 लाख प्रति साला तक हो सकती है.
क्या BCA करने के लिए कंप्यूटर ज्ञान पहले से होना जरूरी है?
नहीं, बेसिक ज्ञान फायदेमंद होता है लेकिन कोर्स की शुरुआत में ही सब सिखाया जाता है.
क्या BCA छात्र सरकारी नौकरी के लिए योग्य हैं?
हाँ, BCA करने वाले युवा UPSC, SSC, बैंकिंग, रेलवे, और राज्य सेवा आयोगों की परीक्षाओं के लिए योग्य हैं.
क्या BCA छात्र Freelance या Remote जॉब कर सकते हैं?
हाँ, Web Development, App Development, UI/UX Design जैसी स्किल्स सीखकर ऑनलाइन काम किया जा सकता है.
क्या BCA केवल सॉफ्टवेयर तक सीमित है?
मुख्यतः हाँ, लेकिन छात्र Cyber Security, Data Science, Networking जैसे क्षेत्रों में भी जा सकते हैं.
क्या BCA ऑनलाइन या डिस्टेंस मोड में कर सकते हैं?
हाँ, IGNOU, Amity Online, LPU आदि संस्थानों से BCA कोर्स ऑनलाइन या डिस्टेंस मोड में कर सकते हैं.
क्या BCA एक अच्छा करियर विकल्प है?
हाँ, यदि आप IT और टेक्नोलॉजी में इंट्रेस्टेड हैं और सीखते रहने को तैयार हैं तो BCA कोर्स एक मजबूत और किफायती करियर ऑप्शन है.
निष्कर्ष: क्या BCA आपके लिए सही है?
अगर आप कंप्यूटर अनुप्रयोग प्रोग्रामिंग और सॉफ्टवेयर विकास में रुचि रखते हैं और आईटी सेक्टर में काम करने के लिए इच्छुक है तो बीसीए कोर्स करना आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है लेकिन यह आपकी रूचियों, कौशल और करियर लक्ष्यों पर निर्भर करता है. बीसीए कोर्स करने के बाद आपको आईटी क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं में काम करने का मौका मिलता है. अच्छे जॉब ऑप्शन्स के साथ-साथ यहाँ पर आपको अच्छा वेतन भी मिलता है.