आईटीआई टर्नर कोर्स 2 साल का एक वोकेशनल ट्रेनिंग कोर्स है, जिसमें छात्रों को धातु के घटकों का निर्माण मशीनिंग के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान किया जाता है, जो उन्हें विनिर्माण उद्योगों में विभिन्न नौकरियों के लिए तैयार करता है.
आज के समय बहुत से छात्र ऐसे हैं जिन्हें आईटीआई टर्नर कोर्स के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, तो आइए आज के इस (ITI Turner Course Details in Hindi) आर्टिकल में हम आपको आईटीआई टर्नर कोर्स क्या है? इस कोर्स के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए? इस कोर्स को करने के फायदे क्या हैं? ऐडमिशन प्रक्रिया क्या होती है? आईटीआई टर्नर कोर्स का पूरा सिलेबस क्या है? आईटीआई टर्नर कोर्स करने के लिए फीस कितनी लगती है और इसे करने के बाद कौन कौन से करियर ऑप्शन्स मिलते हैं? आईटीआई टर्नर कोर्स करने के फायदे और नुकसान क्या हैं आदि के बारे में विस्तार से बताएंगे, तो अगर आप भी आईटीआई टर्नर कोर्स के बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं तो इस ITI Turner Course Details in Hindi आर्टिकल को अंत तक पढ़ें.
ITI Turner Course क्या है?
ITI टर्नर कोर्स एक वोकेशनल प्रोग्राम है जिसकी ड्यूरेशन 2 साल की है. यह कोर्स उनके छात्रों के लिए सही है, जो इंडस्ट्रियल मशीनरी मशीन टूल्स और मेंटल कॉम्पोनेंट्स की मैन्युफैक्चरिंग में कार्य करने के लिए इच्छुक हैं. इस कोर्स में खराद मशीनों के रखरखाव संचालन और मशीनिंग सामग्री, और सटीक धातु भी शामिल होता है. इस कोर्स को करते समय छात्रों को धातुओं में घटकों का निर्माण, मशीनी प्रक्रिया और अन्य विषयों के बारे में अधिक कराया जाता है.

पूरी जानकारी विस्तार से–
कोर्स
आईटीआई टर्नर कोर्स में छात्रों को धातुओं के घटकों का निर्माण, औद्योगिक मशीनरी और मशीन घटकों को इकट्ठा करने और अन्य उपकरणों के बारे में पढ़ाया जाता है.
अवधि
यह एक वोकेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जिसकी ड्यूरेशन 2 साल की होती है जिसमें कुल 4 सेमेस्टर होते हैं.
प्रवेश
इस कोर्स में एडमिशन के लिए, छात्र का कम से कम 10वीं कक्षा या समकक्ष परीक्षा पास होना जरूरी है.
नौकरी के अवसर
आईटीआई टर्नर कोर्स करने के बाद छात्र विभिन्न उद्योगों में टर्नर के रूप में कार्य कर सकते हैं, जैसे कि विमानन उद्योग, मशीन निर्माण और ऑटोमोबाइल आदि.
अच्छा वेतन
आईटीआई टर्नर कोर्स करने के बाद गवर्नमेंट सेक्टर में 25 से 30 हजार रुपए प्रतिमाह तक सैलरी पा सकते हैं. जबकि, प्राइवेट सेक्टर में 15 से 20 हजार रुपए प्रतिमाह कमा सकते हैं.
इस कोर्स को क्यों चुनें? (फायदे और करियर स्कोप)
आईटीआई टर्नर कोर्स करने के कई सारे फायदे है और इसे करने के बाद कई सारे करियर ऑप्शन्स भी मिलते हैं, इस कोर्स में छात्रों टर्नर के रूप में कार्य करने के लिए जरूरी ज्ञान और कौशल प्रदान किया जाता है. इस कोर्स को पूरा करने के बाद सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में काम करने का मौका मिलता है, साथ ही साथ आपको अच्छी सैलरी भी मिलती है.
आईटीआई टर्नर कोर्स क्यों करें?
- आईटीआई टर्नर कोर्स में छात्रों को खराब मशीनों के संचालन, रखरखाव और उपकरणों के बारे में जानकारी दी जाती है.
- इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र सरकारी नौकरी के लिए बीएचईएल, रेलवे, रक्षा कारखाने और एचएमटी में आवेदन कर सकते हैं.
- इस कोर्स को करने के बाद सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में काम करने का मौका मिलता है.
- आईटीआई टर्नर कोर्स के बाद छात्र प्राइवेट कंपनियों, जैसे- टाटा मोटर्स, हॉन्डा मारुति सुजुकी में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं.
- आईटीआई टर्नर कोर्स करने के बाद छात्र खुद का बिज़नेस भी शुरू कर सकते हैं.
- टर्नर कोर्स पूरा करने के बाद छात्र टेकनीशियन, इंजीनियरिंग, सुपरवाइजर के पद पर भी जॉब पा सकते हैं.
- आईटीआई टर्नर कोर्स करने के बाद सरकारी क्षेत्र में 25 से 30 हजार रुपए तक प्रतिमाह सैलरी मिल सकती है, जबकि प्राइवेट क्षेत्र में भी 15 से 20 हजार रुपए तक की सैलरी प्रतिमाह मिल सकती है.
- आईटीआई टर्नर कोर्स करने के बाद छात्र कम समय में नौकरी शुरू कर सकते हैं.
करियर स्कोप
प्राइवेट क्षेत्र
मारुति सुजुकी, होंडा, टाटा मोटर्स आदि.
सरकारी क्षेत्र
बीएचईएल, रक्षा कारखाने, एचएमटी और रेलवे आदि.
खुद का बिज़नेस
छात्र अपनी खुद की वर्कशॉप खोलकर एक टर्नर के रूप में कार्य कर सकते हैं.
विभिन्न उद्योग
निर्माण, ऑटोमोबाइल और मशीनरी आदि.
योग्यता (Eligibility Criteria)
आईटीआई टर्नर कोर्स करने के लिए छात्र का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा गणित और विज्ञान विषयों के साथ पास होना जरूरी है, 10वीं में कम से कम 35 से 50% अंक होने चाहिए. इसके साथ ही छात्र की आयु कम से कम 14 साल और अधिकतम 40 साल होने चाहिए.
योग्यता विस्तार से-
शैक्षणिक योग्यता
छात्र का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा पास होना जरूरी है, जिसमें गणित और विज्ञान विषय होना अनिवार्य है.
न्यूनतम अंक
आईटीआई टर्नर कोर्स में एडमिशन के लिए छात्र के 10वीं कक्षा में कम से कम 35% से 40% अंक होने जरूरी हैं जो कि कॉलेज के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं.
आयुसीमा
उम्मीदवार की आयु कम से कम 14 साल और अधिकतम 40 साल होनी चाहिए (कॉलेज के नियम के अनुसार अलग-अलग). आरक्षित श्रेणी के छात्रों को आयुसीमा में छूट मिली है.
प्रवेश परीक्षा
कुछ संस्थानों में आईटीआई टर्नर फोर्स में एडमिशन के लिए AIE CET या राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षाएं करवाई जाती है.
अन्य प्रमुख योग्यताएं
- कुछ कॉलेजों में टर्नर ट्रेड में एडमिशन से पहले आईटीआई सर्टिफिकेट की जरूरत होती है (आमतौर पर सरकारी कॉलेजों के लिए).
- सरकारी कॉलेजों में आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को छूट दी जाती है.
कोर्स की अवधि (Course Duration)
आईटीआई टर्नर कोर्स की अवधि 2 साल की होती है, जिसमें कुल 4 सेमेस्टर होते हैं और प्रत्येक 6 महीने का होता है. इन 6 महीनों में आपको प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों तरह से अध्ययन कराया जाता है.
ITI Turner का सिलेबस
आईटीआई टर्नर कोर्स में सेमेस्टर के हिसाब से अलग-अलग सिलेबस निर्धारित होता है, जिसमें टर्नर के सिद्धांत, इंजीनियरिंग ड्राइंग, रोजगार के अवसर कार्यशाला विज्ञान से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं. ये पाठ्यक्रम 2 साल का होता है, जिसमें कुल 4 सेमेस्टर होते हैं.
पाठ्यक्रम (2 साल)
पहला साल
प्रथम सेमेस्टर
इसमें टूल हैंडलिंग, कार्यशाला सुरक्षा और बुनियादी टर्निंग अभ्यास को शामिल किया गया है.
द्वितीय सेमेस्टर
गाइडिंग अभ्यास, लैथ मशीन अभ्यास आदि.
दूसरा साल
तृतीय सेमेस्टर
तीसरे सेमेस्टर में CNC मशीन, उन्नत टर्निंग लैब आदि शामिल होते हैं.
चतुर्थं सेमेस्टर
फैक्टरी विजिट और उन्नत कार्यशाला को शामिल किया गया है.
सिलेबस
टर्नर का सिद्धांत
इसमें मशीनें टर्निंग मशीन के प्रकार, टूल्स उपयोग, और विभिन्न टर्निंग प्रक्रियाओं जैसे रिमूवल, टाइपिंग और टर्निंग के बारे में विस्तार से पढ़ाया और समझाया जाता है.
कार्यशाला विज्ञान
टर्निंग मशीन में इस्तेमाल होनेवाले पदार्थों की पहचान करना, उनकी विशेषता और सुरक्षा संबंधित सावधानियों का अध्ययन कराया जाता है.
इंजीनियरिंग ड्राइंग
इस विषय में टर्निंग प्रक्रिया में इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न घटकों की ड्राइंग बनाना और पढ़ने का अभ्यास करना शामिल होता है.
रोजगार कौशल
इसमें छात्रों को टर्नर के रूप में रोजगार पाने के लिए जरूरी ज्ञान और कौशल, जैसे टीम वर्क, समस्या समाधान और संवाद कौशल को शामिल किया गया है.
थ्योरी और प्रैक्टिकल भाग के विषय-
थ्योरी भाग
वर्कशॉप कैलकुलेशन साइंस
इसमें छात्रों को वर्कशॉप में उपयोग किए जाने वाली गणित और विज्ञान के सिद्धांतों के बारे में पढ़ाया जाता है जैसे गणना, माप और विभिन्न सामग्रियों के गुणों को समझना.
इंजीनियरिंग ड्राइंग
टर्नर वर्कशॉप में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न घटकों को ड्रॉ करना और उनके माध्यम से पढ़ने और समझने के तरीके के बारे में बताया जाता है.
ट्रेड थ्योरी
ट्रेड से संबंधित सभी बुनियादी सिद्धांतों, प्रक्रियाओं, उपकरणों और सुरक्षा सावधानियों के बारे में अध्ययन कराया जाता है.
एंप्लॉयबिलिटी स्किल्स
नौकरी के लिए जरूरी सॉफ्ट स्किल्स जैसे टीम वर्क, समय प्रबंधन और संचार कौशल के बारे में सिखाया जाता है.
शार्ट नोट्स
टर्नर ट्रेड में विभिन्न खराब मशीनों के प्रकार, मशीनों के लिए कटिंग, मशीनों के रखरखाव और उपयोग के मुख्य तरीके, खराद और मशीनों के विभिन्न भाग और अन्य विषयों के बारे में पढ़ाया जाता है.
प्रैक्टिकल भाग
टर्निंग ऑपरेशन
इस कोर्स में छात्रों को विभिन्न सामग्रियों जैसे एल्यूमीनियम, पीतल, स्टील आदि के टर्निंग ऑपरेशंस का अभ्यास करने का मौका मिलता है.
फिटिंग ऑपरेशन
इसमें विभिन्न सामग्रियों को फिट करने के तरीके, जैसे असमान सामग्रियों की फिटिंग का अभ्यास करने को मौका दिया जाता है.
टर्निंग मशीनों का संचालन
खराद मशीन, ग्राइंडर मशीन, मिलिंग मशीन और अन्य मशीनों के संचालन का अनुभव दिया जाता है.
फिनिशिंग ऑपरेशन विभिन्न
विभिन्न सामग्रियों पर फिनिशिंग ऑपरेशन करने के तरीके, जैसे ड्रिलिंग, टेपिंग, नर्लिंग आदि का अभ्यास कराया जाता है.
कोर्स फीस और स्कॉलरशिप की जानकारी
आईटीआई टर्नर कोर्स करने के लिए सरकारी आईटीआई कॉलेजों में 2000 से 10,000 रुपए प्रति साल और प्राइवेट क्षेत्रों में 10,000 रुपये से 50,000 रुपए प्रतिसाल की फीस लग सकती है. कुछ राज्यों में जैसे बिहार, योग्य छात्रों को 5000 रुपए तक की वार्षिक स्कॉलरशिप भी दिया जाता है.
फीस
- आईटीआई टर्नर कोर्स करने के लिए सरकारी कॉलेजों में 2000 से 10,000 रुपये प्रतिसाल की फीस लगती है.
- प्राइवेट कॉलेजों में 10,000 से 50,000 रुपये प्रतिसाल की फीस लगती है.
- इसके अलावा फीस में कुछ अलग से खर्च भी जुड़ सकते हैं, जैसे हॉस्टल खर्च, भोजन खर्च आदि.
स्कॉलरशिप
- कुछ राज्यों में आईटीआई टर्नर कोर्स करने वाले छात्रों को स्कॉलरशिप भी दी जाती है.
- बिहार में, आईटीआई टर्नर कोर्स करने वाले योग्य छात्रों को 5000 रुपये तक की वार्षिक छात्रवृत्ति मिलती है.
- अन्य राज्यों में भी स्कॉलरशिप की सुविधा उपलब्ध है, जिसके लिए आपको राज्य की शिक्षा विभाग की ऑफिसियल वेबसाइट या आईटीआई से संपर्क करना होगा.
- इस स्कॉलरशिप पाने के लिए आपको फॉर्म भरना होगा और जरूरी दस्तावेज जमा करने होंगे.
अन्य जरूरी बातें
- कुछ आईटीआई कॉलेजों में स्कॉलरशिप के अलावा अन्य आर्थिक मदद भी दी जाती है.
- आईटीआई संस्थान के वित्तीय सहायता कार्यालय से संपर्क करके आप स्कॉलरशिप के बारे में जानकारी ले सकते हैं.
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प्रवेश प्रक्रिया (Admission Process)
आईटीआई टर्नर कोर्स करने के लिए, आपको संबंधित आईटीआई (Industrial Training Institute) में आवेदन करना होगा. एडमिशन प्रक्रिया राज्य या केंद्र सरकार के आईटीआई कॉलेज के अनुसार अलग-अलग हो सकती है, लेकिन इसमें एडमिशन के लिए मेरिट लिस्ट या प्रवेश परीक्षा शामिल होती है.
Step-by-Step प्रवेश लेने की पूरी प्रक्रिया
पात्रता जांचे
ये सुनिश्चित करें कि आप आईटीआई कोर्स के लिए पात्र हैं. 10वीं कक्षा या समकक्ष परीक्षा पास होना अनिवार्य है. इसके अलावा कुछ आईटीआई संस्थानों में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा करवाई जाती है.
आवेदन करें
सबसे पहले आईटीआई की ऑफिसियल वेबसाइट या संबंधित सरकारी विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करें.
प्रवेश परीक्षा (यदि जरूरी है)
कुछ आईटीआई कॉलेजों में, प्रवेश परीक्षा करवाई की जाती है, जिसमे गणित, विज्ञान और सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न होते हैं.
मेरिट लिस्ट
यदि कॉलेज में प्रवेश परीक्षा नहीं है, तो 10वीं या 12वीं के अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी.
काउंसलिंग होगी
मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद, काउंसलिंग प्रक्रिया करवाई जाएगी, जिसमें छात्रों को कॉलेज और ब्रांच दिए जाते है.
फीस जमा करें
काउंसलिंग प्रक्रिया के बाद फीस जमा करना होगा.
दस्तावेज़ सत्यापन
अंत में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगा, जिसमे आपके जरूरी दस्तावेजों की जाँच की जाएगी.
जरूरी दस्तावेज
- 10वीं या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की मार्कशीट
- आधार कार्ड
- आवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- चरित्र प्रमाण पत्र
- अन्य मांगे गये दस्तावेज़ आदि.
अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
- कुछ आईटीआई संस्थानों में एडमिशन के लिए राज्य स्तर की प्रवेश परीक्षा की करवाई जाती है, प्रवेश के लिए जरूरी है कि आप परीक्षा में अच्छे अंक पाएं.
- एडमिशन लेने के लिए ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना है, लेकिन उससे पहले दिए गए नोटिफिकेशन को अवश्य पढ़ें.
- परीक्षा पास करने के लिए, अपनी सम्बन्धित विषयों की किताबें पढ़ें.
- आवेदन के लिए, आईटीआई की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं.
ITI Turner के बाद करियर ऑप्शन और नौकरी
ITI टर्नर कोर्स करने के बाद आपको बहुत सारे क्षेत्रों में काम करने का मौका मिलता है और नौकरी के अवसर पर खुल जाते है. आप प्राइवेट सेक्टर में जैसे होंडा, टाटा मोटर्स, टीवीएस, मारुति सुजुकी जैसी बड़ी कंपनियों में कार्य कर सकते हैं, इसके अलावा आप गवर्नमेंट सेक्टर जैसे हिंदुस्तान मशीन टूल्स लिमिटेड, बीएचईएल रेलवे जैसी बड़ी कंपनियों में टर्नर के रूप में कार्य करके अच्छा पैसा कमा सकते हैं.
प्राइवेट सेक्टर में नौकरी के अवसर
- होंडा, टाटा ग्रुप, टीवीएस, मारुति सुजुकी जैसी कंपनियों में टर्नर के रूप में कार्य करने का मौका मिलेगा.
- मशीनरी ऑटोमोबाइल और अन्य विनिर्माण उद्योगों में टर्नर के रूप में कार्य के अवसर मिल सकते हैं.
- अन्य विभिन्न क्षेत्रों में जैसे ऑयल एंड गैस कंस्ट्रक्शन और विभिन्न क्षेत्रों में भी टर्नर की जरूरत होती है जहाँ पर आप नौकरी पा सकते हैं.
सरकारी क्षेत्र में नौकरी के अवसर
- भारतीय रेलवे में टर्नर के पद पर काम करने के अवसर मिल सकते हैं.
- भारत के सार्वजनिक क्षेत्र की एक बड़ी कंपनी बीएचईएल में आप टर्नर के पद पर नौकरी के लिए आवेदन कर पाएंगे.
- एचएमटी में भी टर्नर के रूप में नौकरी करने के अवसर मिलेंगे.
- विभिन्न सरकारी संगठनों जैसे डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय और अन्य सरकारी संगठनों में टर्नर के रूप में कार्य करने का मौका मिल सकता है.
अन्य करियर ऑप्शंस
- अगर आप आईटीआई टर्नर कोर्स करने के बाद आगे पढ़ाई करना चाहते हैं तो डिप्लोमा या बीटेक भी कर सकते हैं.
- आप विदेश में भी टर्नर की नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं.
- टर्नर के तौर पर कार्य करने वाले व्यक्ति को 20 से 25 हजार रुपए के लगभग प्रतिमाह वेतन मिलता है, ये वेतन आपके एक्सपीरियंस के आधार पर बढ़ता रहता है.
ITI Turner कोर्स के फायदे और नुकसान
आईटीआई टर्नर कोर्स करने के बहुत सारे फायदे है, जैसे- छात्रों को एक व्यावहारिक और तकनीकी क्षेत्र में करियर शुरू करने का मौका मिलता है, साथ ही विनिर्माण उद्योग में अच्छी नौकरी पाने का मौका मिलता है और इससे कौशल विकास भी होता है. इसके अलावा इसके कुछ नुकसान भी है, जैसे- सीमित करियर विकल्प, कोर्स का कड़ा पाठ्यक्रम, नौकरी की मांग में उतार चढ़ाव आदि.
आईटीआई टर्नर कोर्स करने के फायदे
- आईटीआई टर्नर कोर्स छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने और अपने खुद का बिज़नेस शुरू करने में मदद करता है.
- टर्नर कोर्स में छात्रों को प्रैक्टिकली काम करने और खराद मशीन का उपयोग करने का अनुभव दिया जाता है जिससे छात्र अपने कौशल को और बढ़ा सकते हैं.
- टर्नर एक कुशल कारीगर होता है जो धातुओं और अन्य सामग्रियों को सटीक आकृति में आकार देने के लिए खराद मशीन का इस्तेमाल करते हैं, जिसकी मांग विनिर्माण उद्योग, ऑटोमोबाइल उद्योग और अन्य सेवा उद्योगों में होती है.
- छात्रों को धातुकर्म मशीनिंग और अन्य संबंधित कौशल विकसित करने में मदद मिलती है जिससे वे अपने आने वाले समय में एक बड़े पद पर कार्य करने के लिए तैयार हो सकेंगे.
आईटीआई टर्नर कोर्स के नुकसान
- टर्नर कोर्स का सिलेबस कठिन होता है इसमें प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों शामिल होते हैं जो छात्रों के लिए कठिन होता है.
- टर्नर कोर्स के छात्रों को विभिन्न उद्योगों में काम करने का मौका मिल सकता है, लेकिन उनके पास अन्य विकल्पों की तुलना में सीमित करियर ऑप्शन्स होते हैं.
- टर्नर कोर्स करने के लिए छात्रों को खराद मशीनों और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल महारथ हासिल करने की जरूरत होती है जो कि कठिन होता है.
- टर्नर कोर्स करने वाले छात्रों को नौकरी पाने में मुश्किल हो सकती है.
FAQs: ITI Turner Course के अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
ITI Turner Course क्या है?
आईटीआई टर्नर कोर्स एक टेक्निकल कोर्स है जिससे छात्रों को धातुओं की कटिंग, मशीनिंग, शेपिंग और टर्निंग की ट्रेनिंग दी जाती है.
टर्नर कोर्स की अवधि कितनी होती है?
आईटीआई टर्नर कोर्स की अवधि 2 साल की होती है, जिसमें प्रैक्टिकली और थ्योरी दोनों शामिल होते हैं.
आईटीआई टर्नर कोर्स के बाद क्या क्या जॉब ऑप्शन है?
आईटीआई टर्नर कोर्स करने के बाद Turner (मशीन ऑपरेटर), CNC मशीन ऑपरेटर, मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में टेक्निकल असिस्टेंट, वर्कशॉप टेक्निशियन, रेलवे, BHEL, DRDO जैसे संस्थानों में टेक्निकल पोस्ट पर जॉब ऑप्शन होते हैं.
क्या टर्नर कोर्स करने के बाद सरकारी नौकरी के अवसर हैं?
हाँ रक्षा, रेलवे, PSU और राज्य सरकार की विभिन्न तकनीकी भर्तियों में आईटीआई टर्नर की जरूरत होती है.
क्या ये कोर्स लड़कियों के लिए सही है?
अगर लड़की तकनीकी कार्यों और मशीनरी में इंट्रेस्टेड है तो वह इस कोर्स को कर सकती है.
क्या टर्नर कोर्स में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा होती है?
हाँ, कुछ राज्यों में आईटीआई टर्नर में मेरिट बेसिस पे एडमिशन हो जाता है लेकिन कुछ में एंट्रेंस एग्जाम करवाया जाता है.
निष्कर्ष: क्या आपको ITI Turner Course करना चाहिए?
अगर आप तकनीकी क्षेत्रों में मशीन टूल्स, टर्निंग और मेटल वर्किंग कार्य करने के लिए इच्छुक है और कम समय में व्यावसायिक योग्यता ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं, तो आईटीआई टर्नर कोर्स आपके लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है. जी हाँ, इस कोर्स को करने के बाद अब आपको सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में करियर बनाने का अवसर मिलता है. इसके साथ ही आगे चलकर डिप्लोमा या CNC प्रोग्रामिंग जैसे कोर्सेस के लिए भी रास्ता खुलता है.