आज के टाइम में बहुत से स्टूडेंट्स का सपना होता है की वे पढ़ लिखकर डॉक्टर बनें, लेकिन डॉक्टर बनने के लिए 12वीं के बाद क्या करना होता है इसके बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है. तो आइए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे की एमबीबीएस कोर्स क्या है? इस कोर्स की अवधि कितनी होती है? योग्यता क्या होनी चाहिए? एमबीबीएस का सिलेबस और विषय क्या है? एमबीबीएस कोर्स की फीस कितनी होती है? बेस्ट कॉलेज और करियर विकल्प क्या क्या हैं? एमबीबीएस कोर्स करने के बाद कितना वेतन मिलता है और इससे संबंधित पूरी जानकारी देंगे.
MBBS क्या है? (What is MBBS)
एमबीबीएस का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी है. यह एक प्रोफेशनल बैचलर डिग्री है. जो स्टूडेंट्स डॉक्टर बनना चाहते हैं वे एमबीबीएस कोर्स कर सकते हैं. एमबीबीएस कोर्स करने के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित होती है, उसके बाद कोर्स के लिए कॉलेज में एडमिशन मिलता है.

MBBS कोर्स की अवधि (Duration of MBBS Course)
एमबीबीएस कोर्स की ड्यूरेशन 5.5 साल की होती है, जिसमें 4.5 साल की पढ़ाई और 1 साल की इंटर्नशिप शामिल होती है. यह एक बैचलर्स मेडिकल प्रोग्राम है, जिसे करने के बाद स्टूडेंट्स डॉक्टर या सर्जन बनते हैं.
MBBS के लिए योग्यता (Eligibility Criteria)
एमबीबीएस कोर्स करने के लिए उम्मीदवार का 50% अंकों के साथ भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान से 12वीं पास करना होता है, उसके बाद NEET की परीक्षा पास करनी होती है. नीट के अलावा अन्य भी कई एंट्रेंस एग्जाम होते हैं, जिसे पास करने के बाद एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.
MBBS कोर्स की प्रवेश प्रक्रिया (Admission Process)
एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन के लिए नीट की प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है. परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों की काउंसलिंग की जाती है, उसके बाद परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर ही उम्मीदवारों को कॉलेज दिए जाते हैं.
आवेदन करने की स्टेप बाई स्टेप प्रक्रिया
- अपनी पसंदीदा यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें.
- रजिस्ट्रेशन करने के बाद यूजरनेम और पासवर्ड मिल जाएगा.
- वेबसाइट पर पुन: असाइन करें उसके बाद कोर्स को सेलेक्ट करें, जिससे आप करना चाहते हैं.
- मांगी गई डिटेल्स भरकर आवेदन फॉर्म भरें, उसके बाद आवेदन शुल्क का भुगतान करें.
- अगर आप प्रवेश परीक्षा के आधार पर ऐडमिशन ले रहे हैं तो प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें फिर रिज़ल्ट के बाद काउंसिलिंग का इंतज़ार करें, काउंसलिंग करवाने के बाद आपके नंबरों के आधार पर ही कॉलेज की लिस्ट जारी की जाएगी.
MBBS का सिलेबस और विषय (Subjects and Curriculum)
एमबीबीएस कोर्स 5.5 साल का होता है. इसमें 1 साल में दो सेमेस्टर होते हैं जिसकी सेमेस्टर वाइज डिटेल्स नीचे दी गई है.
मुख्य विषय:
- एनाटॉमी
- फिजियोलॉजी
- बायोकेमिस्ट्री
- फार्माकोलॉजी
- पैथोलॉजी
- पीडियाट्रिक्स
- माइक्रोबायोलॉजी
- गायनोकोलॉजी
- मेडिसिन
- सर्जरी आदि.
सेमेस्टर 1
इसके पहले सेमेस्टर में एमबीबीएस कोर्स के पहले सेमेस्टर में सेल बायोलोजी, आईकोमोटर सिस्टम, इन्ट्रोडक्शन ऑफ मालिक्यूलर मेडिसिन, इन्ट्रोडक्शन ऑफ एंब्रियोलॉजी एंड हिस्टोलॉजी, इन्ट्रोडक्शन ऑफ मेडिसिन्स, फंडामेंटल ऑफ डिसीज ट्रीटमेंट से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं.
सेमेस्टर 2
हेल्थ एंड एनवायरनमेंट, हेल्थकेयर कॉन्सेप्ट, बेसिक हेमेटोलॉजी, रेस्पिरेटर सिस्टम, बेसिक हेमेटोलॉजी से संबंधित विषय पढ़ाया जाता है.
सेमेस्टर 3
जनरल डिफॉर्मिटी, नियोप्लाज्म, हेरेडिटरी डिसऑर्डर, न्यूट्रिशनल डिसऑर्डर इम्युनिटी, एनवायरमेंटल डिग्रेडेशन से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं.
सेमेस्टर 4
ब्लड, सिस्टमिक पैथोलॉजी, डाइट सिस्टम, कार्डियोवेस्कुलर सिस्टम, कॉमन सिम्पटम्स एंड साइन से संबंधित विषय का अध्ययन कराया जाता है.
सेमेस्टर 5
स्पेशल पैथोलॉजी, क्लिनिकल पैथोलॉजी, इम्यूनो पैथोलॉजी, इंफेक्शियस डिसीज, ग्रोथ डिस्टरबेंस एंड नियोप्लासिया, जनरल डिफॉर्मिटी से संबंधित विषय पढ़ाया जाता है.
सेमेस्टर 6
एपिडेमियोलॉजी ऑफ कम्युनिकेबल डिसीज, एपिडेमियोलॉजी ऑफ नॉन कम्युनिकेबल डिसीज और रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं.
सेमेस्टर 7
टैकटाइल कम्यूनिकेशन डिसीज, न्यूट्रिशनल डिसीज, जिरियाट्रिक डिसीज, डिसीज ऑफ द इम्यून सिस्टम, कनेक्टिविटी टिशू एंड जॉइंट्स, हेमेटोलॉजी एंड ऑनकोलॉजी के बारे में पढ़ाया जाता है.
सेमेस्टर 8
एंड्रोक्राइन डिसीज, मेटाबॉलिज्म एंड बोन डिसीज, द नर्वस सिस्टम, इमरजेंसी मेडिसिन एंड क्रिटिकल केयर, ब्रेन डेथ, ऑर्गन डोनेशन, ऑर्गन प्रिजर्वेशन से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं.
सेमेस्टर 9
द नर्वस सिस्टम, किडनी डिजीज, इमरजेंसी मेडिसिन एंड क्रिटिकल केयर, एनवायरनमेंटल डिसॉर्डर्स पोइजनिंग एंड स्नेकबाइट्स से संबंधित विषय पढ़ाए जाते हैं.
सेमेस्टर 10
इसके 10वें सेमेस्टर में इंटर्नशिप कराई जाती है.
MBBS कोर्स की फीस (Course Fees in Govt & Pvt Colleges)
एमबीबीएस कोर्स करने के लिए सरकारी कॉलेजों में लगभग 10,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपए सालाना फीस होती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में यह फीस 3,00,000 रुपये से लेकर 25 लाख रुपए सालाना होती है.
प्राइवेट कॉलेज
फीस
प्राइवेट कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स की फीस सरकारी कॉलेजों की तुलना में काफी ज्यादा होती है. कुछ कॉलेजों में ये फीस 14 से 15 लाख रुपए सालाना से लेकर 25 लाख रुपए से भी ज्यादा हो सकती है.
सालाना फीस
एमबीबीएस कोर्स के लिए प्राइवेट कॉलेजों में सालाना फीस 3,00,000 रुपए से लेकर 25,00,000 रुपए के लगभग होती है.
सरकारी कॉलेज
फीस
एमबीबीएस कोर्स करने के लिए सरकारी कॉलेज में प्राइवेट कॉलेज की तुलना में कम फीस लगती है. जैसे- एम्स दिल्ली में सालाना फीस 1638 रुपये लगती है. उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस में सालाना फीस 81,000 रुपये लगती है.
सालाना फीस
एमबीबीएस कोर्स करने के लिए ज्यादातर सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सालाना फीस 36,000 रुपया से लेकर 60,000 रुपए के लगभग होती है.
हॉस्टल फीस
सरकारी कॉलेजों में छात्रों के रहने के लिए हॉस्टल फीस 5000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये सालाना की हो सकती है.
अन्य चार्ज
फीस और हॉस्टल फीस के अलावा अन्य चार्जेज, जैसे पंजीकरण शुल्क, परीक्षा शुल्क भी छात्रों को जमा करना होता है.
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भारत में शीर्ष MBBS कॉलेज (Top MBBS Colleges in India)
भारत में एमबीबीएस कोर्स करने के लिए बेस्ट कॉलेज –
- ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, नई दिल्ली
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर, वेल्लोर
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस, बैंगलोर
- पोस्ट ग्रैजुएशन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
- जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रैजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, पुडुचेरी
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज मणिपाल, मणिपाल
- संजय गाँधी पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ
एमबीबीएस कोर्स के बाद वेतन (Salary)
एमबीबीएस कोर्स करने के बाद एक्सपीरियंस के आधार पर उम्मीदवार का वेतन बढ़ता जाता है. शुरुआती तौर पर प्रति वर्ष वेतन लगभग चार से 6,00,000 रूपये के लगभग होता है, जो कि एक्सपीरियंस के आधार पर धीरे- धीरे बढ़ता रहता है.
एमबीबीएस के बाद किये जाने वाले कोर्स (Best Course After MBBS)
एमबीबीएस करने के बाद आप नीचे दिए गए कोर्सेज को कर सकते हैं-
- मास्टर ऑफ सर्जरी (MS)
- डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन (MD)
- मास्टर ऑफ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA)
- मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc)
- पीजी डिप्लोमा
- मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी
- पीएचडी
- Master of Chirurgiae (MCH)
MBBS के बाद करियर विकल्प (Career Options After MBBS)
एमबीबीएस कोर्स करने के बाद आपके पास कई सारे करियर ऑप्शन्स होते हैं आप एक डॉक्टर के रूप में अस्पताल में काम कर सकते हैं. स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के द्वारा विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में विशेषज्ञता भी हासिल कर सकते हैं, स्वास्थ्य सेवा प्रशासन, अनुसंधान शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उद्यमिता में भी करियर बना सकते हैं. इसके अलावा, आप जूनियर डॉक्टर, डॉक्टर, फिजिशियन असिस्टेंट, मेडिकल लेक्चर्स, रिसर्चर, मेडिकल राइटर जैसे पदों पर कार्य कर सकते हैं.
- रोगियों की विभिन्न बीमारियों और स्थितियों का इलाज और देखभाल करना.
- विशिष्ट चिकित्सा क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना जैसे बाल चिकित्सा मनोचिकित्सा सर्जरी.
- आप अस्पताल में विभिन्न विभागों में काम कर सकते हैं जैसे कि आपातकालीन विभाग, प्रसूति विभाग और अन्य.
- एमबीबीएस कोर्स करने के बाद मेडिकल जर्नल के लिए लेख लिखना, दवा कंपनियों के लिए मार्केटिंग सामग्री तैयार करने का काम भी कर सकते हैं.
- चिकित्सा छात्रों को पढ़ाना चिकित्सा पेशेवर को प्रशिक्षित करने का काम भी कर सकते हैं.
- स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में अपना बिज़नेस शुरू कर सकते हैं जैसे कि एक निजी क्लीनिक या चिकित्सा उपकरण कंपनी.
- सरकारी विभागों और मंत्रालयों में मेडिकल ऑफिसर के तौर पर काम कर सकते हैं.
- चिकित्सा के क्षेत्र में शोध करना और नई दवाइयाँ चार विकसित कर सकते हैं.
- डॉक्टरों ने तैयार किये गए चिकित्सा प्रक्रियाओं को कोड कर सकते हैं.
- समुदाय के स्वास्थ्य स्थितियों की निगरानी करना और स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम विकसित करने में मदद कर सकते हैं.
- नीती के उम्मीदवारों और अन्य उम्मीदवारों को ट्यूशन पढ़ा सकते है.
- मेडिकल प्रवेश परीक्षा और नीट की तैयारी के लिए कोचिंग करवा सकते हैं.
- स्वास्थ्य सेवा संगठनों को सलाह और मार्गदर्शन प्रदान कर सकते है.
- PG (MD/MS) या DNB की पढ़ाई
- सरकारी या निजी अस्पताल में डॉक्टर की नौकरी
- UPSC (CMO, AFMC) या राज्य PSC परीक्षाएं
- विदेश में उच्च शिक्षा या प्रैक्टिस (जैसे USMLE, PLAB)
निष्कर्ष: क्या MBBS आपके लिए सही करियर है?
MBBS (बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी) कोर्स मेडिकल क्षेत्र में सबसे सम्मानजनक और ज़िम्मेदारी भरा कोर्स माना जाता है. यह सिर्फ एक डिग्री नहीं, बल्कि सेवा, समर्पण और मानवीय संवेदनाओं से जुड़ा जीवन पथ है. जिसके लिए छात्र को काफी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन एमबीबीएस कोर्स छात्र के लिए एक बेहतर करियर आप्शन हो सकता है, इसे करने के बाद छात्र के पास बहुत सारे करियर ऑप्शन होते है और इसमें सैलरी भी अच्छी मिलती है.
FAQs: छात्रों द्वारा पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्न
MBBS के बाद क्या करें?
एमबीबीएस कोर्स करने के बाद स्टूडेंट्स के पास दो ऑप्शंस होते हैं या तो अपना स्टार्टअप करे या फिर मेडिकल क्षेत्र में नौकरी की तलाश करें स्टूडेंट सरकारी डॉक्टर के लिए भी तैयारी कर सकते हैं या फिर प्राइवेट हेल्थ फर्म में कार्य कर सकते हैं मेडिकल क्षेत्र में करियर के काफी अवसर होता है
मैं एमबीबीएस के बाद कौन सी Fellowship कर सकती हूँ?
Fellowship in Family Medicine
Fellowship in Intensive Care Medicine
Fellowship in Emergency Medicine Edition II
Fellowship in Diabetes Mellitus
Fellowship in Pediatrics
Fellowship in Genecology and Obstetrics
क्या MBBS हिंदी में कर सकते हैं?
हाँ, कुछ सरकारी कॉलेजों हिंदी माध्यम में भी MBBS की पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध हैं (जैसे मध्य प्रदेश में). हालाँकि अधिकतर कोर्स अब भी अंग्रेज़ी में ही पढ़ाये जाते है.
क्या MBBS कोर्स करने के दौरान छात्रवृत्ति (Scholarship) मिलती है?
जी हाँ, कई राज्य सरकारें, केंद्र सरकार व प्राइवेट संस्थान MBBS छात्रों को स्कॉलरशिप या फेलोशिप प्रदान करते हैं.
क्या विदेशी MBBS डिग्री भारत में मान्य है?
कुछ देशों (जैसे- चीन, रूस, यूक्रेन, फिलीपींस) में MBBS करने के लिए छात्रों को FMGE (Foreign Medical Graduate Examination) पास करना होता है जिससे वे भारत में प्रैक्टिस कर सकें.
क्या MBBS में छात्र फेल हो सकते हैं?
हाँ, MBBS एक कठिन कोर्स है और इसमें हर साल परीक्षा पास करनी पड़ती है. अगर कोई छात्र न्यूनतम अंक नहीं लाता है तो वह फेल भी हो सकता हैं.